रायपुर। छत्तीसगढ़ के कद्दावर कांग्रेसी नेता स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जाहिर की है, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री के मामले में बंद कमरे में हाईकमान के साथ क्या हुआ? फिलहाल मैं ये बोलने में स्वतंत्र नहीं हूं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस अगर 75 के पार जाती है तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ही बनेंगे।
टीएस सिंहदेव के बयान पर गरमाई सियासत
टीएस सिंहदेव के इस बयान के बाद एक बार फिर से प्रदेश में ढाई ढाई साल का मुद्दा गरमा गया है। टीएस सिंहदेव ने कहा कि सीएम तो मैं आज भी बनना चाहता हूं, सीएम कौन नहीं बनना चाहेगा? पहले भी बनना चाहता था। मुझमें सीमित क्षमता है। मैं लोगों के समक्ष संपर्क में हूं, छत्तीसगढ़ के लिए काम कर सकता हूं। उन्होंने कहा कि जब हम चुनाव लड़ रहे थे तो उस वक्त कोई सीएम का चेहरा नहीं था।
चुनाव जीतने के बाद हम चार लोगों भूपेश बघेल, चरण दास महंत, ताम्रध्वज साहू को दिल्ली बुलाया गया। उस वक्त तय हो गया था कि इन चारों में से कोई एक मुख्यमंत्री बनेगा। भूपेश बघेल सीएम बनाए गए। इस बीच ढाई ढाई साल की चर्चा भी हुई । इस मुद्दे पर बंद कमरे में क्या हुआ यह बोलने में स्वतंत्र नहीं हूं। आगे जब कभी स्थिति निर्मित होगी तो बोलूंगा। जब पत्रकारों ने उनसे यह पूछा इस बार 75 पर जाने पर कौन मुख्यमंत्री बनेगा? तो उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में तो भूपेश बघेल ही बनेंगे साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सरगुजा का फैसला मतदाता करेंगे।
सांसद सुनील सोनी ने तंज कांग्रेस पर कसा तंज
इस पर भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुनील सोनी ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस हाईकमान ने उनसे कमिटमेंट किया था इसलिए उन्हें अभी भी उम्मीद है। हाईकमान के अब तक कमिटमेंट पूरा नहीं किए जाने से वजह से टीएस सिंहदेव दुखी है, ऐसे में अब उन्हें कांग्रेस छोड़ देना चाहिए। इधर टीएस सिंह देव के कौन मुख्यमंत्री नही बनना चाहता मैं भी सीएम बनना चाहता हूं बयान पर खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि सबका अपना अपना राजनीति करने का तरीका है। होही वही जो राम रची राखा, जो हाई कमान चाहेगा वही होगा। जिसे जो जिम्मेदारी दी जाती है वो उसका निर्वाहन करता है।