डायरेक्टर ने गिरवी रखे पत्नी के गहने, फ्लॉप स्टार पर लगाया दांव, जब फिल्म रिलीज हुई तो…

नई दिल्ली. सदी के महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan), जया बच्चन, प्राण, अजीत खान और बिंदू स्टारर फिल्म ‘जंजीर (Zanjeer)’ जब सिनेमाघरों में 11 मई 1973 में रिलीज हुई थी, तो बॉक्स ऑफिस पर हंगामा मच गया था. प्रकाश मेहरा द्वारा निर्देशित और निर्मित इस फिल्म को दर्शकों का भरपूर प्यार मिला था और रिलीज के साथ ही इस फिल्म ने अमिताभ बच्चन को सुपरस्टार बना दिया था और फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी.



 

 

 

मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो ये वो दौर था जब अमिताभ बच्चन के साथ कोई भी काम नहीं करना चाहता था, क्योंकि उस समय तक अमिताभ के खाते में लगातार 12 फ्लॉफ फिल्में आ चुकी थीं. उस वक्त वह एक फ्लॉप स्टार बने हुए थे. ऐसे में अमिताभ को फिल्म ‘जंजीर’ में लेने के फैसले से कई लोग प्रकाश से खुश नहीं थे.

 

 

 

अमिताभ को फिल्म में लेने की वजह से प्रकाश को काफी ताने भी सुनने पड़ते थे. कहा तो ये भी जाता है कि इस फिल्म के लिए पहले उस दौर के तीन सुपरस्टार को ऑफर दिया गया था, जिसमें राज कुमार, दिलीप कुमार और देवानंद के नाम शामिल थे, लेकिन उन तीनों किसी न किसी वजह से इस फिल्म के ऑफर को ठुकरा दिया था.

 

 

 

दरअसल, दिग्गज अभिनेता प्राण ने अमिताभ की फिल्म ‘बॉम्बे टू गोवा’ देखी थी और उन्होंने प्रकाश को भी यह फिल्म देखने की सलाह दी और कहा था कि उन्हें फिल्म ‘जंजीर’ का हीरो मिल जाएगा. फिर प्रकाश ने जब ‘बॉम्बे टू गोवा’ देखी तो उन्हें अमिताभ का एक सीन इतना पसंद आया कि उन्होंने फिल्म अमिताभ को लेने का फैसला कर लिया.

 

 

 

चूंकि अमिताभ उस दौर के फ्लॉप हीरो थे, इसलिए सभी ने प्रकाश के इस फैसले को गलत बताया था और कहा था कि उनकी ये फिल्म डूब जाएगी. दूसरी तरफ मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो प्रकाश ने इस फिल्म के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था, यहां तक कि उन्होंने अपनी पत्नी के जेवर तक गिरवी रख दिए थे. आखिरकार, जब फिल्म रिलीज हुई थी, तो बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर साबित हुई. इस फिल्म ने एक फ्लॉप स्टार अमिताभ बच्चन को रातोंरात सुपरस्टार बना दिया था.

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