जांजगीर-चाम्पा. चाम्पा में रेलवे ब्रिज के ऊपर ट्रेन की टक्कर के बाद हसदेव नदी में गिरे व्यक्ति का शव 50 घण्टे बाद मिल गया है. नदी के पानी को रोकने लगाए गए पुल में शव फंसा हुआ था. हाइड्रा की मदद से पुल को हटाया गया तो शव मिल गया. SDRF और नगर सैनिक की टीम ने रेस्क्यू कर हसदेव नदी में गिरे व्यक्ति के शव को बरामद कर लिया है. हसदेव नदी में गिरा व्यक्ति लैनकुमार केंवट, चाम्पा के बालपुर गांव का रहने वाला था.
दरअसल, 30 जून को सुबह 11 बजे हसदेव नदी में रेलवे ब्रिज के नीचे बच्चे नहा रहे थे. इस दौरान एक व्यक्ति, ट्रेन की टक्कर से रेलवेब्रिज से हसदेव नदी में नीचे गिर गया था. इस सूचना के बाद चाम्पा पुलिस मौके पर पहुंची थी और होम गार्ड की टीम के साथ सर्चिंग की थी. जब कुछ पता नहीं चला तो बिलासपुर से SDRF की टीम को बुलाई गई थी.
इस तरह SDRF की टीम को सर्चिंग करते 50 घण्टे बीत गया, तब जाकर व्यक्ति का शव मिल सका. हसदेव नदी में पानी को रोकने पुल लगाया गया है, इसी पुल में व्यक्ति का शव फंसा हुआ था. SDRF और नगर सैनिक की टीम 3 दिन से रेस्क्यू करने जुटी हुई थी. हसदेव नदी में हर कोने को ढूंढ डाले थे. जब कहीं कुछ पता नहीं चला तो पुल को हाइड्रा बुलवाकर हटाया गया और व्यक्ति का शव मिल गया.
मुस्तैद रही चाम्पा तहसीलदार और उनकी टीम, चाम्पा टीआई रहे मौजूद, नगर सैनिक की टीम ने बड़ा योगदान दिया
30 जून को जब से घटना हुई, तब से चाम्पा तहसीलदार चंद्रशिला जायसवाल और उनकी टीम के सदस्य नायब तहसीलदार संजय बरेठ, चाम्पा पटवारी रौशन सिंह, सिवनी पटवारी सुदेश शांडिल्य लगातार मौके पर मौजूद रहे. इसी तरह जांजगीर थाना क्षेत्र में घटना होने के बाद भी चाम्पा टीआई मनीष परिहार और उनका स्टाफ, लगातार रेस्क्यू टीम के साथ जुटे रहे. इसी तरह नगर सैनिक विवेकानन्द गोस्वामी और उनकी टीम 3 दिनों से जुटी रही है. दूसरी ओर, नगर पालिका चाम्पा के सफाईकर्मी गोविंदा बघेल की टीम ने भी शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने में मदद की.