सदियों से शरीर को बीमारियों से बचाने के लिए कई मसालों का इस्तेमाल किया जाता रहा है. मसालों में औषधीय गुण होते हैं, जो सेहत के लिए वरदान साबित हो सकते हैं. यही वजह है कि भारतीय रसोई में कई तरह के मसाले मिल जाते हैं. किचन में मौजूद एक ऐसा ही चमत्कारी मसाला कलौंजी (Nigella Seeds) है. इसका इस्तेमाल कई व्यंजनों का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है. कलौंजी को औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है.
इसका उपयोग ब्रोंकाइटिस से लेकर डायरिया तक कई बीमारियों के उपचार के रूप में किया जाता रहा है. कलौंजी को खाने-पीने की चीजों में डालकर खाया जा सकता है. इसका तेल भी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है. आज आपको कलौंजी खाने के 5 बड़े फायदों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें जानकर आप हैरान रह जाएंगे.
कोलेस्ट्रॉल से मिलती है राहत – हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या इन दिनों सभी उम्र के लोगों में तेजी से बढ़ रही है. हेल्थलाइन की रिपोर्ट के अनुसार कलौंजी को कोलेस्ट्रॉल कम करने में विशेष रूप से प्रभावी माना जा सकता है. 17 अध्ययनों की एक समीक्षा में पाया गया कि कलौंजी सप्लीमेंट लेने से कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स दोनों को कम करने में मदद मिलती है. कलौंजी के बीज के पाउडर की तुलना में कलौंजी के तेल का असर ज्यादा हो सकता है.
डायबिटीज करे कंट्रोल – कलौंजी को डायबिटीज कंट्रोल करने में भी असरदार माना जाता है. कई स्टडी से पता चलता है कि कलौंजी ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद कर सकता है. एक अन्य अध्ययन में पाया गया कि तीन महीने तक रोजाना कलौंजी खाने से फास्टिंग ब्लड शुगर, एवरेज ब्लड शुगर और इंसुलिन रजिस्टेंस में काफी कमी आई. इन बीजों का सेवन करना शुगर के मरीजों के लिए लाभकारी हो सकता है.
लिवर को बीमारियों से बचाए –लिवर हमारे शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालता है और डाइजेस्टिव जूस प्रोड्यूस करता है. लिवर की हेल्थ बेहतर होगी, तो शरीर फिट रहेगा. कलौंजी को लिवर के लिए रामबाण माना गया है. कई एनिमल स्टडीज से पता चला है कि कलौंजी लिवर को चोट और डैमेज से बचाने में मदद कर सकता है. कलौंजी लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करता है और जहरीले पदार्थों को बाहर निकालने में मददगार साबित हो सकता है.
पेट की चर्बी करे कम – कलौंजी को वजन कम करने और पेट की चर्बी कम करने के लिए भी बेहद लाभकारी माना जाता है. कलौंजी का पानी पीने से पेट की चर्बी कम करने में मदद मिलती है और वजन घटाने में आसानी हो सकती है. कलौंजी के बीज को मोटापे के ट्रीटमेंट में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. इनमें कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर के वजन को नियंत्रित करते हैं और बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं.
कैंसर का खतरा करे कम – कलौंजी में बड़ी मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर के अंदर हानिकारक फ्री रेडिकल्स को बेअसर करने में मदद करते हैं. ये फ्री रेडिकल्स कैंसर जैसी बीमारियों की वजह बन सकते हैं. कई टेस्ट-ट्यूब अध्ययनों में पाया गया कि कलौंजी में पाए जाने वाले कंपाउंड में एंटी-कैंसर गुण होते हैं. कलौंजी और इसके घटक कई प्रकार के कैंसर के खिलाफ भी प्रभावी हो सकते हैं. हालांकि इस बारे में ज्यादा रिसर्च की जरूरत है.