राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ में दो चरणों में यानी 7 और 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव होंगे। राज्य में सत्ता परिवर्तन के उद्देश्य से भाजपा ने कद्दावर नेताओं को टिकट दिया है।
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव विधानसभा क्षेत्र से लगातार चौथी बार पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह (Dr. Raman Singh) को विधायक के लिए भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है। कुछ दिनों पहले राजनांदगांव से डॉ. रमन सिंह ने नामांकन दाखिल किया। नामांकन दाखिल किए जाने के बाद चुनाव आयोग ने पूर्व मुख्यमंत्री की संपत्ति से जुड़ी जानकारी को साझा किया है।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के पास 4.15 करोड़ रुपये की संपत्ति है। इसमें 2.92 लाख रुपये नकद व अन्य शामिल है। उनकी पत्नी वीणा सिंह के नाम 1.21 करोड़ रुपये की संपत्ति हैं। इसके अलावा कुटुंब (बेटा-बहू) के नाम 2.53 करोड़ की संपत्ति अलग है।
डॉ. रमन सिंह के खाते में 30 लाख रुपये
नामांकन फार्म के साथ चुनाव आयोग को दिए गए शपथ पत्र के मुताबिक, उनके बैंक खाते में 30.45 लाख रुपये हैं। पत्नी वीणा सिंह के खाते में 43.46 लाख और कुटुंब के खाते में 8.89 लाख रुपये हैं। इसके अलावा बॉंड व गिल्ड फंड में 2.81 लाख रुपये जमा हैं। रमन की दिवंगत मां के नाम वाले सुधा देवी ट्रस्ट के नाम 2.12 करोड़ रुपये का निवेश है। इसी ट्रस्ट में कुटुंब का 1.95 करोड़ रुपये अलग है।
रमन सिंह के पास 41 हजार का पिस्टल
रमन सिंह के नाम पर जो सोना-चांदी-हीरे हैं, उसकी कीमत 53 लाख रुपये है। वीणा सिंह के नाम जो जेवरात हैं उसे मिलाकर लगभग दो करोड़ रुपये कीमत के जेवर रमन सिंह के पास है। इसके अलावा कुटुंब के नाम 12.40 लाख रुपये के जेवरात हैं। रमन की आय का स्रोत, वेतन-भत्ते, कृषि, किराया व जमा पर ब्याज है।
पूर्व मुख्यमंत्री के पास एक भी कार या किसी तरह का वाहन नहीं है। वहीं. उनके परिवार के पास भी कोई गाड़ी नहीं है। हालांकि, 41 हजार की पिस्टल जरूर है। इसके अतिरिक्त रमन के नाम पर 21 लाख रुपये का लोन भी है।
डॉ. रमन सिंह के खिलाफ मैदान में खड़े हैं गिरीश देवांगन
बता दें कि कांग्रेस ने डॉ. रमन सिंह के खिलाफ गिरीश देवांगन को राजनांदगांव विधानसभा सीट से खड़ा किया है। गिरीश देवांगन को राजनांदगांव सीट से खड़ा किया जाने को लेकर जब सीएम भूपेश बघेल से उनकी प्रतिक्रिया मांगी गई तो सीएम बघेल ने मुस्कुराते हुए कहा,”गिरीश देवांगन पटखनी देंगे।”