ज्ञानोदय विद्यालय में आईसीटी के माध्यम से दी जा रही शिक्षा, छात्र-छात्रा ले रहे रुचि..

जांजगीर: ज्ञानोदय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जांजगीर में कंप्यूटर व प्रोजेक्टर के माध्यम से आईसीटी की शिक्षा दी जा रही है. जिसमें कक्षा पहली से लेकर बारहवीं तक हिंदी एवम अंग्रेजी माध्यम के छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। प्रशिक्षण को लेकर विद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर सुरेश यादव ने कहा कि आईसीटी अर्थात सूचना और संचार प्रौद्योगिकी के माध्यम से आधुनिक शिक्षा या अन्य शब्दों में हम कह सकते हैं नई तकनीकी उपकरणों जैसे की सूचना और संचार के विभिन्न संसाधनों और चैनलों पर आधारित तकनीक और उपकरणों के प्रबंध द्वारा शिक्षा। शिक्षा के क्षेत्र में आईसीटी के उपयोग से छात्र-छात्राओं की उपलब्धियों पर बहुत ही सकारात्मक और महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। खासकर गणित, विज्ञान और सामाजिक अध्ययन जैसे विषयों में ज्ञान समझ व्यावहारिक कौशल और प्रस्तुति कौशल के संदर्भ में महत्वपूर्ण समझ का निर्माण होता है। कंप्यूटर के माध्यम से शिक्षा व कंप्यूटर की शिक्षा इन दिनों अत्यंत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। आज की यह दुनिया टेक्नोलॉजी पर आधारित है और हर क्षेत्र में कंप्यूटर का प्रयोग किया जा रहा है इसलिए सभी को इसका ज्ञान रखना आवश्यक हो गया है।



इसे भी पढ़े -  Akaltara Arrest : 8 हजार के पटाखा के साथ महिला कोटमीसोनार गांव से गिरफ्तार, विस्फोटक अधिनियम के तहत की गई कार्रवाई

 

 

 

कंप्यूटर शिक्षा के संदर्भ में कंप्यूटर प्रशिक्षक मूलचंद कौशिक ने कहा कि-महामारी के दौरान जब दुनिया रुक गई, तो स्थापित उद्योग, व्यावसायिक गतिविधि और दैनिक वेतन गतिविधियों में बहुत अधिक कमी देखी गई। अधिकांश आबादी के लिए भविष्य अनिश्चित हो गया। तब प्रौद्योगिकी और डिजिटलीकरण एक तारणहार के रूप में उभरकर सामने आई। लेकिन भारत जैसे देश में जहाँ आबादी का बहुत बड़ा हिस्सा अभी भी प्रौद्योगिकी का खर्च नहीं उठा सकता, यह भी एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया। फिर हम इसका उपयोग कैसे कर सकते हैं या तकनीकी ज्ञान की कमी के इस मुद्दे को कैसे हल कर सकते हैं? इसका उत्तर बहुत ही सरल है- हमारे शिक्षार्थी आबादी को आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करना इसके लिए सबसे महत्वपूर्ण है। इस तरह से डिजिटलीकरण लाने के लिए, हमें अपने छात्रों को आधुनिक तकनीक की मदद से, तकनीकी कमी को दूर करने का प्रशिक्षण देने की जरूरत है। इस तरह, डिजिटल तकनीक कभी न खत्म होने वाले चक्र की द्वि-उत्पादक गतिविधि है।

इसे भी पढ़े -  JanjgirChampa Murder : 50 वर्षीय व्यक्ति की धारदार हथियार से हत्या, मौके पर पहुंची अकलतरा पुलिस, तफ्तीश में जुटी...

 

 

प्रशिक्षण के दौरान छात्र छात्राओं में बहुत ही उत्साह देखने को मिल रहा है। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें कंप्यूटर के विभिन्न भाग जैसे हार्ड डिस्क, रैम, एस.एम.पीएस. मदरबोर्ड, फ्लॉपी डिस्क, एसडी कार्ड आदि की जानकारी के साथ- साथ टाइपिंग, पेंटिंग, फोल्डर बनाना, कॉपी करना आदि बेसिक चीजों का प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।

इसे भी पढ़े -  Akaltara Loot : NH-49 में स्कोर्पियों सवार अज्ञात बदमाशों ने ट्रक का रास्ता रोककर 85 हजार रुपये की लूट, जुर्म दर्ज

error: Content is protected !!