जांजगीर-चाम्पा. जिले के जैविक कृषि ग्राम बहेराडीह में पशुधन विकास विभाग द्वारा पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में पशुपालक किसानों को निःशुल्क दवाई का वितरण किया गया, वहीं दूसरी तरफ बरसात के समय में मवेशियों को होने वाले संक्रामक बीमारियों से बचाने के उद्देश्य से मवेशियों की टीकाकरण किया गया। शिविर में पशुधन विकास विभाग के चलित वाहन भी पहुँची। जहाँ चिकित्सको की टीम ने बरसात के समय में मवेशियों को होने वाली जानलेवा और संक्रामक बीमारी गलघोंटू के लक्षण के बारे में जानकारी दी गई।
बलौदा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत कोसमन्दा मुख्यालय के पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी डॉ गगनदीप महिलांगे ने बताया कि बरसात के समय में मवेशियों को अक्सर गलघोंटू नामक बीमारी होती है जो बहुत ही खतरनाक बीमारी के साथ साथ संक्रामक और जानलेवा होती है। मवेशियों को इस तरह की बीमारियों से बचाने के उद्देश्य से शासन के निर्देश पर प्रत्येक गाँव में शिविर आयोजित किया जा रहा है और मवेशियों को टीका लगाया जा रहा है। इस दौरान पशुपालक किसानों को दवाई भी वितरण किया जा रहा है। उन्होंने पशुपालक किसानों को बताया कि पशुपालन करने वाले किसान भाइयों को इस समय सचेत रहने की जरूरत है। चूंकि बरसात में बैक्टीरिया अधिक मात्रा में पनपने लगती है। इसलिए पशु के रख रखाव, खानपान पर विशेष रूप से ध्यान रखने की सलाह दी गई।
उन्होंने बताया कि शासन द्वारा पशुधन को बढ़ावा देने हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है। चलित पशु चिकित्सा वाहन भी ग्रामीण क्षेत्रों के लिए तैनात किया गया है। शिविर में पशुपालन में राज्य स्तरीय कृषक पुरुस्कार से सम्मानित युवा कृषक, वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल के संचालक दीनदयाल यादव,पशुधन विकास विभाग के क्षेत्रीय पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ गगनदीप महिलांगे समेत पशु परिचारक रामू लाल भैना, प्राइवेट कृत्रिम गर्भाधान कार्यकर्ता सुनील सोनन्त, गौसेवक कृष्णों कश्यप, पशुपालक राजाराम यादव, नेतराम यादव, सुजीत कश्यप व अन्य कृषक उपस्थित रहे।