नई दिल्ली. सैमसंग एक बार फिर भारत के स्मार्टफोन मार्केट से अपनी पकड़ खो रही है. जून माह की रिपोर्ट से पता चला है कि कोरियाई स्मार्टफोन कंपनी सैमसंग भारत में न केवल अपने सेल्स वॉल्यूम में कमी दर्ज की है बल्कि बाजार हिस्सेदारी में भी महत्वपूर्ण गिरावट दर्ज की है.
भारतीय स्मार्टफोन मार्केट में सैमसंग की बाजार हिस्सेदारी 10 साल के सबसे निम्न स्तर पर पहुंच गई है. वहीं दूसरी ओर इसे शाओमी और वीवो जैसे चाइनीज ब्रांड्स से कड़ी चुनौती मिल रही है. रिपोर्ट के मुताबिक 10,000 रुपये से कम के हैंडसेट बाजार में सैमसंग की कम उपस्थिति, ऑफलाइन रिटेलर्स से खराब संबंध और प्रीमियम खंड में बढ़ती प्रतिस्पर्धा के चलते सैमसंग के फोन की बिक्री प्रभावित हो रही है. सैमसंग का प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट में अब भी दबदबा बरकरार है, जबकि श्याओमी और वीवो कम कीमत वाले स्मार्टफोन सेगमेंट पर हावी हैं.
स्मार्टफोन मार्केट में क्यों पिछड़ रहा सैमसंग?
2022 की आखिरी तिमाही में Xiaomi को पछाड़ते हुए सैमसंग 2023 में सबसे ज्यादा स्मार्टफोन बेचने वाला ब्रांड बन गया था. हालांकि, सैमसंग यह बढ़त चीनी कंपनियों के सामने ज्यादा दिनों तक कायम नहीं रख पाई. ऑनलाइन सस्ती कीमत पर स्मार्टफोन उपलब्ध होने से ऑफलाइन मार्केट में सैमसंग की बिक्री बुरी तरह प्रभावित हुई. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अधिक ऑफर और छूट उपलब्ध होने के वजह से लोगों का आकर्षण ऑफलाइन रिटेल स्टोर से कम हुआ है. इसके अलावा सैमसंग के स्मार्टफोन पर कम मार्जिन के वजह से भी रिटेल विक्रेता सैमसंग के सस्ते फ़ोन बेचने में ज्यादा दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं.
कंपनी बजट हैंडसेट बनाने में नहीं ले रही दिलचस्पी
10,000 रुपये से कम के बजट वाले हैंडसेट सेगमेंट में सैमसंग की मौजूदगी कम होने से इसकी बिक्री पर और असर पड़ा है. सैमसंग के पोर्टफोलियो में 10,000 रुपये से कम कीमत वाले सेगमेंट की हिस्सेदारी सिर्फ़ 6 प्रतिशत है, जबकि शाओमी के पास 18 प्रतिशत के साथ तीन गुना ज़्यादा मार्केट शेयर है। यह बड़ा अंतर सैमसंग के वॉल्यूम में कमी की वजह है.
इसी तरह, 30,000 रुपये से कम कीमत वाले सेगमेंट में सैमसंग की M और F सीरीज ने भी कमजोर प्रदर्शन किया है, जिससे इन्वेंट्री में काफी वृद्धि हुई है. वर्ष की शुरुआत से अब तक सैमसंग ने रिटेल, मार्केटिंग और बिजनेस डेवलपमेंट रोल में 30 सीनियर अधिकारियों को खो दिया है, जिनमें से कई इसके मुख्य प्रतिद्वंद्वी शाओमी में चले गए हैं.
सैमसंग को ऑनलाइन और बड़े-फ़ॉर्मेट वाले स्टोर के बीच अलग-अलग मूल्य निर्धारण, चीनी प्रतिस्पर्धियों की तुलना में कम मार्जिन और लोकप्रिय मॉडलों की स्टॉक उपलब्धता में अनिश्चितता जैसे मुद्दों पर ऑफ़लाइन खुदरा विक्रेताओं के साथ चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. इन मुद्दों के परिणामस्वरूप आगामी त्यौहारी सीजन से ठीक पहले इन्वेंट्री का निर्माण हुआ है.