जांजगीर-चाम्पा. बलौदा क्षेत्र के छाता जंगल में जंगली हाथी ने 72 घण्टे से डेरा डाल दिया है. जंगली हाथी को खदेड़ने के लिए बिलासपुर के अचानकमार से कुमकी हाथी बुलाया गया है, उससे भी जंगली हाथी काबू में नहीं आ सका है और कुमकी हाथी को देखकर जंगली हाथी जंगल की ओर भाग गया. जंगली हाथी के विचरण को देखते हुए वन अमला तैनात है.
जंगली हाथी को खदेड़ने के लिए कुमकी हाथी से कंट्रोल करने का आज भी प्रयास किया गया, लेकिन सफलता नहीं मिली. मौके पर 3 जिले जांजगीर-चाम्पा, कोरबा और बिलासपुर की टीम जुटी हुई है. दूसरी ओर, हाथी का जिस क्षेत्र में मूवमेंट हो रहा है, उस क्षेत्र की बिजली बंद रखी जा रही है, ताकि हाथी को कोई नुकसान ना हो.
दरअसल, 4 दिन पहले बलौदा क्षेत्र के छाता जंगल में हाथी पहुंचा और वापस कोरबा जिले लौट गया था, लेकिन 72 घण्टे पहले जंगली हाथी, बलौदा क्षेत्र में फिर लौट आया. बड़ी बात है, जंगली हाथी ने 3 महिलाओं को मौत के घाट उतार दिया है. यही वजह है कि दंतैल हाथी की दोबारा दस्तक से लोग डरे हुए हैं. फिलहाल, जंगली हाथी ने केवल फसल को नुक़सान पहुंचाया है.