नई दिल्ली. बाएं हाथ के बल्लेबाज शिखर धवन ने शनिवार को क्रिकेट से संन्यास का एलान कर दिया। लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे गब्बर ने जब अपने सोशल मीडिया हैंड्लस पर रिटायरमेंट का एलान करते हुए वीडियो पोस्ट किया तो उनके चेहरे पर मुस्कान थी, लेकिन उस मुस्कान के पीछे दर्द भी था। दर्द टीम इंडिया में वापसी न कर पाने का, दर्द प्यार में धोखा खाने का, दर्द बेटे के दूर हो जाने के।
धवन वो शख्स हैं जिसे कभी दुखी नहीं देखा गया। उनके चेहरे पर हमेशा एक मुस्कुराहट रहती है। धवन एक समय टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज हुआ करते थे, लेकिन वक्त ने ऐसी पलटी मारी की उनकी टीम में जगह भी पक्की नहीं रह गई। वह बाहर कर दिए गए। ये कम नहीं था। धवन ने सरहदों की दूरी मिटाकर जिस आयशा मुखर्जी को अपना दिल दिया और शादी रचाई थी वो भी उन्हें छोड़कर, दर्द देकर चली गईं। फिर भी धवन मुस्कुराते रहे।
फेसबुक से प्यार
धवन और आयशा की जब शादी हुई तो खूब चर्चा में रही। कारण था आयशा का धवन से उम्र में 12 साल बड़ा होना, तलाकशुदा होना और दो बेटियों की मां होना। धवन ने प्यार में सभी बातों को नजरअंदाज किया और ऑस्ट्रेलिया की आयशा को अपना बनाकर भारत ले आए। दोनों की लव स्टोरी उस समय की है जब सोशल मीडिया का दौर शुरू हुआ था। फेसबुक की दुनिया फैल रही थी और यहीं पर धवन ने आयशा से दोस्ती की शुरुआत की। इससे पहले टीम इंडिया के पूर्व ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने दोनों की मुलाकात कराई थी और फिर फेसबुक तक बात पहुंची।
दोस्ती प्यार में बदल गई और 2009 में दोनों ने सगाई कर ली। 2012 में दोनों शादी के बंधन में भी बंध गए। दो साल बाद दोनों को एक बेटा हुआ जिसका नाम जोरावर रखा गया।
टूट गई शादी
लेकिन पिछले साल आयशा और धवन अलग हो गए। मूलतः पश्चिम बंगाल की रहने वाली आयशा और धवन के बीच मनमुटाव हो गया था। इसका कारण ये था कि आयशा ने धवन से वादा किया था कि वह उनके परिवार के साथ भारत में रहेंगी,लेकिन बाद में आयशा इस बात से पलट गईं और ऑस्ट्रेलिया में ही रहने लगीं। दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि तलाक की नौबत आ गई।
दोनों ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए तलाक का एलान कर दिया। बेटा जोरावर अपनी मां के साथ परदेश चला गया और धवन अकेले रह गए। धवन ने हाल ही में फादर्स डे के मौके पर एक पोस्ट कर बताया था कि आयशा उन्हें जोरवार से बात तक करने नहीं देती हैं। धवन को बेटे का दर्द खाए जा रहा है, लेकिन उनके चेहर पर मुस्कान के सिवाए कुछ नहीं और उस मुस्कान के पीछे तड़प के सिवाए कुछ नहीं।