जांजगीर-चाम्पा. नरियरा गांव के केएसके महानदी पॉवर प्लांट के भूविस्थापित किसान, अपनी मांगों को लेकर फिर से धरना देने के मूड में आ गए हैं. सैकड़ों की संख्या में भूविस्थापितों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा है, जिसमें 7 दिवस के भीतर मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन की बात कही है. किसानों का आरोप है कि जिला प्रशासन, किसानों को दबा रहा है और प्लांट को संरक्षण दिया जा रहा है. इसके चलते भूविस्थापित किसानों की सुध नहीं ली जा रही है. किसानों ने यह भी कहा है कि जिला प्रशासन अगर मामले में सुध लेता तो आज यह स्थिति नहीं होती.
किसानों ने बताया कि पिछले 9 माह से किसान अपनी 24 सूत्रीय मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं. कई बार धरना दिया जा चुका है. मामले में जिला प्रशासन को कई बार ज्ञापन सौंपकर अवगत कराया जा चुका है, लेकिन जिला प्रशासन आन्दोलन के बाद नींद से जगता है.
इसके बाद प्लांट से मीटिंग कराकर समझौता कराने का आश्वासन दिया जाता है, लेकिन इसके बाद कोई पहल नहीं की जाती, जिसके चलते किसान 4 अक्टूबर को आमरण अनशन करने जा रहे हैं. जिसके लिए केलक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा गया है. लेकिन विडंबना यह है कि पिछले 9 माह में जिला प्रशासन के आश्वासन के बाद भी आज तक कोई मांग पूरी नहीं हुई है. इस तरह किसान आन्दोलन करने बाध्य हो गए हैं.