आमतौर पर हल्दी वाला दूध हेल्दी माना जाता है। दर्द होने पर, सर्दी-खांसी होने पर घरों में लोग सबसे पहले हल्दी वाला दूध पीने की सलाह देते हैं, जिसे लोग खुशी-खुशी पी भी लेते हैं। लेकिन ये हल्दी वाला दूध फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकता है।
हल्दी की तासीर गर्म होती है और इसमें खून काे पतला करने का गुण होता है। इसलिए हर किसी को इसे नहीं लेना चाहिए। खासकर उन लोगों को जिनकी बॉडी गर्म रहती है या जिन्हें नाक से खून आना या पाइल्स जैसी प्रॉब्लम्स रहती हैं। यह ब्लीडिंग को बढ़ा देता है।
कई सारे पेट की मरीजों को भी हल्दी वाला दूध नुकसान पहुंचा सकता है। यहां हम आपको बता रहे हैं किन लोगों को हल्दी वाला दूध नहीं पीना चाहिए। अगर वे इसे पीना भी चाहते हैं तो उन्हें डॉक्टर से कंसल्ट करने के बाद ही इसे लेना चाहिए।
इस बारे में जब हमने आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ अबरार मुल्तानी से बात की तो उन्होंने बताया कि हल्दी को हेल्दी हर्ब के रूप में देखा जा सकता है लेकिन ये सबके लिए हेल्दी नहीं होती। वैसे तो मसालों को छोड़कर कोई हल्दी खाता नहीं है लेकिन हल्दी वाला दूध सभी कॉमनली यूज करते हैं। गालब्लेडर स्टोन, प्रेग्नेंसी और ब्लीडिंग की प्रॉब्लम वाले लोगों को हल्दी खाना अवॉइड करना चाहिए।
जिन्हें गोलब्लेडर की प्रॉब्लम है – हल्दी वाला दूध ज्यादा पीने से गोलब्लेडर की प्रॉब्लम बढ़ सकती है
जो खून पतला करने वाली दवा ले रहे है – हल्दी में खून पतला करने वाले गुण होते है. पहले से दवा ले रहे हों तो खून ज्यादा पतला हो सकता है.
गर्भवस्था या पीरियड के दौरान – हल्दी वाला दूध गर्म होता है और ब्लड को पतला करता है. इससे ज्यादा ब्लीडिंग हो सकती है।
जिन्हें गैस और एसिडिटी की प्रॉब्लम है – हल्दी वाला दूध गैस और एसिडिटी की प्रॉब्लम बढ़ा सकता है. एसिडिटी की दवा का असर कम कर सकता है.