कलेक्टर कलेक्टर में फर्क होता है, बेसमेंट के खिलाफ अभियान

इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देशानुसार अभियान चलाकर बेसमेंट में व्यावसायिक गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में बड़ी कार्यवाही की गई। इसमें पारसमणी टावर/कॉम्प्लेक्स  सुभाष चौक पानी की टंकी के पास 5 दुकानें सील की गई। 14 जूनी कसेरा बाखल में उज्जवल प्रकाशन और बत्रा कार्ड्स एंड आर्ट्स को सील किया गया। सुभाष चौक खजूरी बाजार में आर के नोट बुक, के.टी. इन्टरप्राइजेस और मुकेश पिता जमनालाल जोशी संस्थान को सील करने की कार्यवाही की गई। पार्श्वनाथ कॉम्प्लेक्स सुभाष चौक दुर्गा मंदिर के सामने राजवाड़ा के बेसमेंट में 20 दुकानें सील की गई। इसी प्रकार गोडाउन कॉम्प्लेक्स 242 तिलक पथ में इंद्रप्रस्थ कॉम्प्लेक्स के सामने राजवाड़ा के बेसमेंट में विपिन मोदी, पारस जैन, विजय सबलानी और शिव विनित रावत के संस्थान को सील किया गया। साथ ही बॉम्बे हॉस्पिटल के सामने बेसमेंट में के एफ फर्निचर, होटल कंचन पैलेस, केशर श्री रेस्तरां और ए.आई.पी. दवाईयां संस्थान को सील करने की कार्यवाही की गई।



 

 

 

भोपाल के कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने, राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी आशुतोष शर्मा को एमपी नगर से पुराने भोपाल में ट्रांसफर कर दिया था और आशुतोष शर्मा से पहले एमपी नगर के एसडीएम रहे एलके खरे को फिर से एमपी नगर के एसडीएम बना दिया था। कलेक्टर ने यह प्रशासनिक फेर बदल तब किया जब, एमपी नगर के एसडीएम आशुतोष शर्मा ने मुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन करते हुए बेसमेंट में चलने वाली कोचिंग क्लास सील करने की कार्रवाई कर रहे थे।

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