अगर आप विदेश यात्रा की तैयारी कर रहे हैं, तो सतर्क हो जाइए! हाल ही में एक चौंकाने वाली रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि 17 देशों में खतरनाक वायरस का प्रकोप तेजी से फैल रहा है. इन खतरनाक बीमारियों में ‘आंख से खून बहने’ वाली बीमारी मारबर्ग वायरस भी शामिल है.
एक खबर के अनुसार, एक्सपर्ट्स ने उन देशों में यात्रा करने वालों को खास सावधानी बरतने की सलाह दी है, जहां इन खतरनाक वायरस का प्रकोप जारी है. अब तक के सबसे घातक वायरसों में से एक ‘मारबर्ग वायरस’ ने अफ्रीकी देश रवांडा में 15 से अधिक लोगों की जान ले ली है. यह वायरस हैमरेजिक फीवर का कारण बनता है, जिसमें शरीर के आंतरिक अंग और ब्लड वैसेल्स प्रभावित होती हैं. इसके लक्षणों में आंख, कान और मुंह से खून बहना, बुखार और थकावट शामिल हैं. इसके संक्रमण से पीड़ित व्यक्ति ‘भूत जैसे’ दिखने लगते हैं. मारबर्ग वायरस के लिए अभी तक कोई वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. संक्रमित व्यक्तियों के शरीर के तरल पदार्थ, दूषित वस्तुओं और संक्रमित जंगली जानवरों के संपर्क से यह फैलता है.
ओरोपूचे वायरस का खतरा
‘स्लॉथ फीवर’ के नाम से पहचाने जाने वाला ओरोपूचे वायरस दक्षिण अमेरिका और कैरिबियाई देशों में तेजी से फैल रहा है. इसका प्रकोप ब्राजील, बोलीविया, कोलंबिया, क्यूबा, इक्वाडोर, डोमिनिकन गणराज्य, गुयाना, पेरू और पनामा में देखा गया है. इस वायरस के लक्षणों में सिरदर्द, मसल्स में दर्द, जोड़ो में अकड़न, लाइट के प्रति सेंसिटिविटी और उल्टी शामिल हैं. यह वायरस खून-दिमाग की बाधा को पार कर इंसेफेलाइटिस और मौत का कारण बन सकता है.
क्लेड-1 एमपॉक्स का फैलाव
एमपॉक्स का क्लेड-1 स्ट्रेन वर्तमान में रवांडा, बुरुंडी, मध्य अफ्रीका गणराज्य, कांगो, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, गैबॉन, केन्या और युगांडा. इसके लक्षणों में बुखार, शरीर पर लंप और कमजोरी शामिल हैं. कुछ मामलों में यह जानलेवा भी साबित हो सकता है.
* संक्रमित क्षेत्रों में पारंपरिक इलाज, अंतिम संस्कार और जंगली जानवरों के संपर्क से बचें.
विदेश यात्रा करने वालों के लिए निर्देश
* मच्छरों से बचने के लिए लंबी आस्तीन वाले कपड़े पहनें और मच्छर निरोधक स्प्रे का उपयोग करें.
* चमगादड़ों वाले गुफाओं में प्रवेश करने से बचें.
* विदेश यात्रा से पहले अपनी स्वास्थ्य स्थिति की जांच कराएं और हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह लें. सतर्कता और सावधानी ही इन खतरनाक वायरसों से बचने का सबसे अच्छा तरीका है.
नोट- यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.