महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में डिजिटल अरेस्ट का एक और मामला सामने आया है, जहां ठगों ने एक महिला को इसका शिकार बनाया है। उन्होंने महिला से 1.7 लाख रुपये ठग लिए। यही नहीं, साइबर ठगों ने वीडियो कॉल में उसे कपड़े उतारने के लिए भी मजबूर किया।
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार मामला मुंबई के बोरीवली ईस्ट इलाके का है। पीड़ित महिला एक फॉर्मा कंपनी में काम करती है। जानकारी के अनुसार ठगों ने उससे पहली बार 19 नवंबर को और एक बिजनेसमैन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उसके शामिल होने का आरोप लगाया। ठगों ने उसको गिरफ्तार करने की धमकी भी दी।
खाता वेरिफिकेशन के नाम पर ट्रांसफर कराए पैसे
ठगों ने महिला को वीडियो कॉल के दौरान पूछताछ के लिए होटल में कमरा बुक करने के लिए कहा। इसके बाद बैंक खाता वेरिफिकेशन के नाम पर कॉल के दौरान ही उससे 1.7 लाख रुपये भेजने के लिए ठगों ने कहा। महिला डरकर वह सब कुछ करती रही, जो ठग कह रहे थे। फिर ठगों ने उससे कहा कि उसका बॉडी वेरिफिकेशन करना है, इसलिए कपड़े उतारे।
पुलिस ने शुरू की जांच
महिला को जब धोखाधड़ी का एहसास हुआ तो उसने पुलिस में मामले की शिकायत की। जानकारी के अनुसार पीड़ित महिला ने 28 नवंबर को मामले में एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और जांच में जुट गई है।
77 साल की महिला से ठगी
इससे पहले, हाल ही में मुंबई में एक और डिजिटल अरेस्ट का मामला सामने आया था, जब एक 77 वर्षीय महिला के एक पास करीब एक माह पहले अनजान नंबर से व्हाट्सएप पर कॉल आई, जिसमें साइबर ठगों ने खुद को प्रवर्तन निदेशालय (ED) और मुंबई पुलिस का अधिकारी बताया था। महिला को झूठे मामलों में फंसाकर उससे करोड़ों रुपये ऐंठ लिए गए थे।
रिटायर्ड शिप कैप्टन को भी बनाया शिकार
वहीं, एक अन्य मामले में साइबर स्कैमर ने मुंबई निवासी 75 वर्षीय रिटायर्ड शिप कैप्टन को शेयर मार्केट में हाई रिटर्न दिलाने का झांसा देकर अपने जाल में फंसा लिया। फिर अगस्त 2024 से लेकर नवंबर 2024 के बीच 11.16 करोड़ रुपये की ठगी कर ली थी।