भारत के केंद्रीय बैंक- रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर पद से पिछले साल रिटायर हुए शक्तिकांत दास अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधान सचिव-2 नियुक्त किए गए हैं। शनिवार को केंद्रीय कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने इस पद के लिए उनकी नियुक्ति को मंजूरी दी है। 11 सितंबर 2019 से से लेकर अब तक पीके मिश्र इस पद पर बने हुए हैं। यानी अब शक्तिकांत दास और पीके मिश्र मिलकर प्रधानमंत्री कार्यालय में कई अहम जिम्मेदारियां निभाएंगे। ताजा आदेश के मुताबिक, शक्तिकांत दास की नियुक्ति पीएम मोदी के कार्यकाल या फिर अगले आदेश तक रहेगी।
कौन हैं शक्तिकांत दास?
शक्तिकांत दास का जन्म 26 फरवरी 1957 को ओडिशा के भुवनेश्वर में हुआ था। उनकी पढ़ाई दिल्ली यूनिवर्सिटी से लेकर यूके की बर्मिंघम यूनिवर्सिटी तक में हो चुकी है। बाद में दास ने सिविल सेवा परीक्षा पास की और आईएएस बने। नौकरशाही में अपने 40 साल से भी लंबे करियर में शक्तिकांत दास ने तमिलनाडु सरकार से लेकर केंद्रीय सरकार में अहम जिम्मेदारियां निभाईं।
तमिलनाडु कैडर के 1980 बैच के आईएएस अफसर शक्तिकांत दास, दिसंबर 2018 में केंद्रीय बैंक के गवर्नर बने थे। वह पिछले साल दिसंबर में रिटायर हुए। रिजर्व बैंक के प्रमुख के तौर पर उन्होंने देश को कई चुनौतियों से बाहर निकाला। खासकर कोरोनाकाल के दौरान भारत की आर्थिक विकास दर को संभालने में उनकी अहम भूमिका रही। इसके बाद रूस-यूक्रेन संघर्ष के दौरान भी दास ने आरबीआई का नेतृत्व करते हुए मौद्रिक नीति को लेकर कई कड़े फैसले लिए, जिनके चलते भारत की अर्थव्यवस्था की स्थिति बेहतर रही।