जांजगीर-चाम्पा. नवागढ़ ब्लॉक के केसला गांव में एक भी मुक्तिधाम नहीं है और खुले में अंतिम संस्कार करने ग्रामीण मजबूर हैं. बारिश होने पर समस्या और बढ़ जाती है. यहां तक अंतिम संस्कार रोकना पड़ता है, वहीं पॉलीथिन लगाकर भी अंतिम संस्कार करना पड़ता है. आजादी के 75 वर्ष बाद भी केसला गांव में मुक्तिधाम नहीं बन पाना, विकास के युग में मानवता को शर्मसार करने वाला है और विकास के दावों को मुंह भी चिढ़ाता है.
मुक्तिधाम की समस्या को लेकर अफसरों को ग्रामीणों ने पहले भी जानकारी दी है, लेकिन अब ग्रामीण आंदोलन का मूड बना रहे हैं.