पुणे. पुणे शहर से करीब 85 किलोमीटर दूर दौंड तालुका के दापोडी में दर्दनाक हादसा हो गया। यह हादसा तब हुआ जब एक 47 वर्षीय मजदूर अपने तोलिए को सुखाने के लिए बिजली के तार पर रखता है तभी करंट लगने से उसकी मौत हो जाती है।
यह हादसा यहीं नहीं रुकता है जब पिता को करंट लगते हुए उसका बेटा देखते है तो अपने पिता को बचाते समय बेटा भी इसका शिकार हो जाता है। बेटे और पति को बचाने में पत्नी भी शामिल होती हैं और इस तरह पूरा परिवार बिजली के चपेट में आकर खत्म हो जाता है। यह हादसा सोमवार सुबह को हुआ।
करंट लगने से तीन लोगों की हुई मौत
पुणे के ग्रामीण इलाके में यवत पुलिस ने बताया कि तार में बिजली प्रवाहित हो रही थी, जिसके कारण सुरेंद्र भालेकर (47) को तेज झटका लगा। भालेकर के बेटे प्रसाद ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन उसे भी झटका लगा। मजदूर की पत्नी आदिका (40) उन्हें बचाने के लिए दौड़ी, लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाई और करंट लगने से उसकी मौत हो गई। यवत पुलिस के इंस्पेक्टर नारायण देशमुख ने बताया, “हमने इस संबंध में आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है।”
मजदूर सेंटरिंग का करता था काम
इंस्पेक्टर नारायण देशमुख ने बताया कि भालेकर परिवार पिछले पांच साल से दापोडी गांव में किराए के कमरे में रह रहा था। भालेकर सेंटरिंग का काम करता था, जबकि उसकी पत्नी खेतों में काम करती थी। उनका बेटा बारहवीं कक्षा का विज्ञान का छात्र था।
भारी बारिश बना इस हादसे का कारण
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि रविवार को भारी बारिश के कारण उनके घर के पिछे वाली साइड में बिजली की आपूर्ति के लिए इस्तेमाल की गई पाइप मुड़ गई थी। तार भालेकर के कमरे की टिन की दीवार को छू गया। नतीजतन, बिजली का करंट दीवार तक पहुंच गया। अधिकारी ने आगे बताया कि परिवार ने कपड़े सुखाने के लिए कमरे की टिन की दीवार पर लोहे का तार बांध रखा था। कमरे की टिन की दीवार से इस तार में करंट प्रवाहित होने लगा। इस कारण यह दर्दनाक हादसा घटित हुआ।
परिजन को प्रति व्यक्ति मिलेगा 4 लाख रुपए का मुआवजा
देशमुख ने कहा कि बिजली निरीक्षक की रिपोर्ट मिलने के बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि हमारी जांच जारी है। विद्युत उपयोगिता कंपनी ने मृतकों के निकटतम परिजन को प्रति व्यक्ति 4 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है।
MSEDCL के अधिकारियों ने किया घटनास्थल का दौरा
महाराष्ट्र राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड (MSEDCL) के अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया। घर के लिए बिजली की आपूर्ति मीटर से ली गई थी। MSEDCL के जनसंपर्क अधिकारी विकास पुरी ने कहा कि तार की कोटिंग घर्षण के कारण क्षतिग्रस्त हो गई होगी और बिजली की आपूर्ति टिन की दीवार में प्रवेश कर गई होगी।