JanjgirChampa Big Update : गनमैन पर फायरिंग और 78 लाख 41 हजार 2 सौ रुपये की लूट का मामला, जांजगीर फिर पहुंचे बिलासपुर IG संजीव शुक्ला, कंट्रोल रूम में अफसरों की ली मीटिंग, बदमाशों को लेकर SP विवेक शुक्ला ने दिया बड़ा बयान… डिटेल में पढ़िए…

जांजगीर-चाम्पा. जांजगीर के खोखरा गांव की शराब दुकान में कैश कलेक्शन के लिए पहुंचे गनमैन पर फायरिंग और 78 लाख 41 हजार 2 सौ रुपये की लूट के मामले में 3 दिन बाद भी बदमाशों का कोई सुराग नहीं मिला है. मामले में बिलासपुर IG संजीव शुक्ला, फिर जांजगीर पहुंचे और कंट्रोल रूम में SP, ASP सहित अन्य पुलिस अफसरों की मीटिंग ली. साथ ही, अलग-अलग बिंदुओं में जांच करने निर्देशित किया है.



एसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि सभी पहलू पर जांच की जा रही है. सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और संदेहियों से पूछताछ जारी है. इधर, कल 16 जनवरी को कर्नाटका और तेलंगाना बॉर्डर के बिदर में गार्ड पर फायरिंग, कैश वैन से 90 लाख की लूट हुई है. उस कड़ी को भी जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि दोनों घटनाओं की प्रकृति एक है. मामले में 1 संदेही का फोटो मिला है, जिसे सर्कुलेट किया जा रहा है और जानकारी जुटाई जा रही है. साथ ही, हैदराबाद, बिदर के पुलिस अधिकारियों से भी सहयोग लिया जा रहा है.

आपको बता दें, जांजगीर के खोखरा में हुई इस लूट को सुलझाने अलग-अलग 7 टीम गठित की गई है, जिसमें 50 से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं. साथ ही, बिलासपुर और रायगढ़ से भी साइबर टीम बुलाई गई है और गठित 7 टीमों को जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में भेजी गई है. वारदात को अंजाम देने वाले दोनों नकाबपोश बदमाश, बाइक में सवार होकर सेंदरी-पनगांव होते राहौद-पामगढ़ की ओर भागे हैं, जिसके बाद पुलिस द्वारा भागने वाले रूट का CCTV फुटेज खंगाला जा रहा है. इस मार्ग में बदमाशों के सीसीटीवी मिलने की बात सामने आई है. उधर, घायल गनमैन शैलेन्द्र सिंह का बिलासपुर में इलाज जारी है. फायरिंग में उसके पैर में गोली लगी थी. फिलहाल, जिले में पहली बार हुई इतनी बड़ी वारदात के बाद पुलिस लगातार सुराग जुटाने लगी है, लेकिन 3 दिन बाद भी पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं मिल सका है.

इधर, एक सप्ताह पहले भी नवागढ़ थाना क्षेत्र के केरा गांव के शराब दुकान में डकैती हुई थी, वहीं नवागढ़ के सहकारी बैंक में भी लूट की कोशिश की गई थी. फिर अकलतरा के महामाया मंदिर में 2 लाख से ज्यादा की चोरी हुई है. लेकिन अब तक यह मामला सुलझा नहीं है. इस तरह कई बड़ी वारदात के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं. इससे समझा जा सकता है कि जिले में खाखी का खौफ खत्म हो गया है, जिसके चलते बदमाशों के हौसले बुलंद हैं और बड़ी वारदात को अंजाम दे रहें हैं. अब देखने वाली बात होगी कि पुलिस के लंबे हाथ बदमाशों तक कब पहुंचते हैं ?

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