राजनांदगांव. पूरा परिवार दीपावली की खुशियां मना रहा था. परिवार के सदस्य आतिशबाजी का आनंद ले रहे थे. इसी बीच ऐसा क्या हुआ कि पुत्र ने व्यवसायिक परिसर में जाकर फांसी लगा ली. यह बात सुनकर पिता भी सदमे में आ गए और ट्रेन से कटकर अपनी जान दे दी.
जैसे ही इस घटना की जानकारी आसपास वालों को लगी, पूरे मोहल्ले में मातम छा गया और दीपावली की खुशियां शोक की लहर में डूब गई. यह पूरा वाक्या राजनांदगांव के कामठी लाईन स्थित अग्रवाल परिवार का बताया जा रहा है.
कामठी लाईन निवासी गोविंद अग्रवाल अपने पूरे परिवार के साथ दीपावली का त्यौहार मना रहे थे. पूरा परिवार पटाखों की आतिशबाजी का आनंद ले रहा था. इसी बीच पिता गोविंद अग्रवाल और पुत्र विकास अग्रवाल के बीच किसी बात को लेकर कहा-सुनी हो गई.
पुत्र विकास अग्रवाल ने नाराज होकर नंदई- मोहारा के पास स्थित अपने व्यवसायिक परिसर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, जिसकी सूचना मिलने पर पिता गोविंद अग्रवाल सदमें में आ गए और एक बड़ा कदम उठाते हुए उन्होंने ट्रेन के सामने आकर अपनी जान दे दी.
पुलिस के मुताबिक, गोविंद अग्रवाल की उम्र लगभग 65 वर्ष बताई जा रही है, वहीं पुत्र विकास अग्रवाल की उम्र 35 वर्ष बताई जा रही है. आत्महत्या की वजह अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है. मामले की जांच के बाद ही खुलासा हो पाएगा कि पुत्र ने क्यों फांसी लगाई और पिता ने ट्रेन के सामने कटकर क्यों जान दी ?
अब तक की पड़ताल में दोनों की आत्महत्या का कारण घरेलू विवाद ही सामने आ रहा है. पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी.
एसएस चंद्रा, सीएसपी