रायपुर. ऑनलाइन ठगी के मामले हो या फिर नशे का कारोबार पूरी तरह से छत्तीसगढ़, नाइजीरियन गैंग के निशाने पर है. एक के बाद एक हुए खुलासे से शहरवासियों को अब अलर्ट रहने की जरूरत है.
राजधानी रायपुर हो या दुर्ग-बिलासपुर सभी बड़े शहर नाइजीरियन गैंग के निशाने पर है. हाल के कुछ महीनों में सामने आए साइबर क्राइम के मामलों में नाइजीरियन गैंग के सीधा कनेक्शन का खुलासा पुलिस ने किया है, वहीं स्थानीय युवक भी अब नाइजीरियन गैंग से संपर्क कर अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं.
नाइजीरियन गिरोह ने देश के उत्तर प्रदेश, दिल्ली, झारखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के लोगों के साथ ऑनलाइन ठगी की वारदातों को अंजाम दिए हैं. रायपुर में सामने आए ताजा मामले की बात करें तो इडुकी और किस्ट्रोफार ने फेसबुक के जरिए महिला से 7.5 लाख की ठगी की.
शिकायत के बाद अब पुलिस ने दिल्ली से दोनों आरोपी को गिरफ्तार किया है. रायपुर पुलिस का कहना है कि ऑनलाइन ठगी के लिए पूरा गैंग चलता है. रायपुर स्पेशल पुलिस सोमवार को आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार कर राजधानी पहुंची. पुलिस जल्द ही मामले में बड़ा खुलासा करेगी.
रायपुर में नशे के कारोबार का मास्टर माइंड निकला नाइजीरियन
राजधानी रायपुर की पुलिस ने एक के बाद एक कई बड़े खुलासे किए हैं. नशे के अवैध कारोबार में एक आरोपी की गिरफ्तारी के बाद आखिरकार मास्टर माइंड को पुलिस ने धरदबोचा। नशे का मास्टर माइंड कोई और नहीं, बल्कि नाइजीरियन युवक निकला. राजधानी पुलिस ने खुलासा किया कि मुंबई निवासी रायडेन बथेलो से पूछताछ के बाद पैट्रिक यूबीके बावको को दबोचा. सभी स्थानीय युवक श्रेयांश झाबक के साथ मिलकर रायपुर को उड़ता रायपुर बना रहे थे. पुलिस ने आरोपियों को मुंबई से गिरफ्तार किया. गिरफ्तार नाइजीरियन आरोपित छत्तीसगढ़ समेत ओडिशा, झारखंड और मुंबई में कोकीन और एमडीएमए की सप्लाई करने की बात का खुलासा किया.
पिछले दो माह में 3 नाइजीरियन युवक गिरफ्तार
राजधानी पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के कई मामलों में नाइजीरियन गैंग को दबोचा है, वहीं पिछले दो महीनों की बात करें तो रायपुर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए 3 नाइजीरियन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में पुलिस ने नशे के कारोबार के मामले में पैट्रिक यूबीके बावको, को गिरफ्तार किया, वहीं अब एक महिला के साथ ऑनलाइन ठगी के मामले में इडुकी और किस्ट्रोफार को दिल्ली से दबोचा है.
स्थानीय युवक भी नाइजीरियन गैंग के संपर्क
नाइजीरियन गैंग एक ओर जहां लोगों को ऑनलाइन ठगी का शिकार बना रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर प्रदेश के युवाओं को भी अपने गैंग में शामिल कर रहे हैं. ड्रग्स की तस्करी के मामले में हुए खुलासे ने पुलिस के होश उड़ा दिए. आरोपी श्रेयांश झाबक और विकास बंछोर दोनों लगातार नाइजीरियन गैंग के संपर्क में थे, वहीं मिलकर शहर में ड्रग्स की स्पलाई करता था. रायपुर पुलिस ने ड्रग्स मामले में स्थानीय युवकों को गिरफ्तार किया है.
देश के इन राज्यों में सामने आए ठगी के मामले
हाल ही में अ्गस्त में पुलिस ने चार युवकों को गिरफ्तार कर बड़ा खुलासा किया. पुलिस ने बताया कि नाइजीरियन और 3 भारतीय युवक ने देश के उत्तर प्रदेश, दिल्ली, झारखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश के लोगों के साथ ठगी की है. आरोपियों ने बीमा पॉलिसी का पैसा वापस दिलाने के नाम पर नाइजीरियन गैंग ने उनसे अपने खातों में 1.34 करोड़ रुपये जमा करा लिए गए थे.
दिल्ली है नाइजीरियन गैंग का ठिकाना
फेसबुक के जरिए लोगों को झांसे में लेकर उनसे मोटी रकम हड़पने वाला नाइजीरियन गिरोह दिल्ली से नेटवर्क संचालित कर रहे हैं. हाल में राजधानी समेत अन्य जिलों में कई नाइजीरियन गिरफ्तार किए गए हैं. रायपुर पुलिस ने भी दिल्ली से दो नाइजीरियन युवक को गिरफ्तार किया है. फर्जी फेसबुक प्रोफाइल के जरिए खुद को उद्योगपति, व्यापारी, डॉक्टर अथवा बड़ा अधिकारी बताकर जालसाज भारतीयों को झांसे में लेते और लाखों की ठगी करते है. गिरोह में दिल्ली के कई स्थानीय युवक भी शामिल हैं, जो फर्जी आइकार्ड बनवाकर खाते खुलवाते हैं. खास बात यह है कि गिरोह में शामिल स्थानीय जालसाजों को पुलिस नहीं पकड़ पाती है, जिससे वह ठगों के अलग अलग ग्रुप में सक्रिय रहते हैं.
आप रहे अलर्ट, ऐसे करते हैं ठगी
1. महंगा गिफ्ट भेजने की बात करते हैं. बाद में कॉल करते हैं कि एयरपोर्ट पर गिफ्ट आ गया है, लेकिन कस्टम की वजह से फंसा है. टैक्स अदा करने पर मिल जाएगा. लोगों के रकम जमा करते ही मोबाइल बंद कर लेते हैं.
2. इसके अलावा मिलने आने के बहाने एयरपोर्ट पर महंगे गिफ्ट के साथ पकड़े जाने की बात कहते हैं। फिर बताते हैं कि अगर एक्साइज ड्यूटी दे दी जाए तो गिफ्ट छूट जाएगा. झांसे में आने वाले से पैसा जमा करा लेते हैं। झारखंड के एक व्यक्ति से इसी तरह ठगी की गई। 20 लाख रुपये जमा करा लिए गए थे.
3. विभिन्न निजी और सरकारी संस्थाओं की फर्जी वेबसाइट बनाकर रखते हैं. जब लोग वेबसाइट पर सर्च करते हैं. उनसे ई मेल के माध्यम से खाते की जानकारी लेते हैं. इसके बाद कॉल करके खातों में रकम जमा कराते हैं, जिन खातों में रकम जमा होती थी, उनको किराए पर लिया जाता था.
4. बीमा कंपनियों की फर्जी वेबसाइट बनाते हैं. इसमें ऑफर देते हैं. जो लालच में फंसा और पॉलिसी कराई, उसका पैसा खाते में जमा कराकर हड़प लेते हैं.
5. फेसबुक में किसी भी व्यक्ति के नाम से उसकी फोटो लगाकर फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाकर लोगों को रिक्वेस्ट भेजना और फिर उनसे मोटी रकम की मदद मांग करते हैं.