Indian Army में Maruti Gypsy की जगह ले सकती हैं… ये 5 SUV, खूबियां जानकर हो जाएंगे हैरान…पढ़िए दमदार SUV के बारे में…

नई दिल्ली. भारत में Maruti Suzuki Gypsy का एक लंबा सफर रहा है. इसे पहली बार 1980 के दशक में लॉन्च किया गया था. जिप्सी उन लोगों के बीच बहुत पंसद की जाती थी, जिन्हें पहाड़ों या उबड़-खाबड़ जगहों पर जाना होता था. यह हक्कि और बेहद ताकतवर कार थी. कंपनी ने 2019 में इसका प्रोडक्शन आम लोगों के लिए बंद कर दिया. इसके बाद भी मारुति ने सेना और कई अन्य सरकारी विभागों और मंत्रालयों के लिए एसयूवी का उत्पादन जारी रखा.



अब खबर है कि भारतीय सेना भी जल्द ही जिप्सी को रिटायर्ड कर सकती है. यहां आपको भारत में बिकने वाली 5 ऐसी दमदार SUV के बारे में बताने जा रहे हैं, जो सेना में जिप्सी की जगह ले सकती हैं.

Mahindra Thar

Gypsy की जगह लेने के लिए इस SUV से बेहतर और क्या हो सकती है? महिंद्रा थार एक कम्फर्ट और पावरफुर एसयूवी है. थार 150PS 2-लीटर पेट्रोल इंजन या 130PS 2.2-लीटर डीजल इंजन के साथ आती है. इसमें जिप्सी की तरह ही 4-व्हील ड्राइव (4WD) सिस्टम मिलता है. इसके अलावा इसमें 650 मिमी पानी में उतरने की क्षमता और एक इलेक्ट्रॉनिक ट्रैक्शन कंट्रोल सिस्टम है, जो फिसलन वाली सतहों पर ट्रैक्शन की सहायता के लिए व्हील स्लिप का पता लगाता है.

थार एक सॉफ्ट-टॉप वेरिएंट में भी आता है, जिसे कई सैन्य के उपयोग के हिसाब से मोडिफाई किया जा सकता है. इसकी इन्हीं खासियतों की वजह से यह भारतीय सेना के लिए एक मजबूत दावेदार है.

Force Gurkha

गोरखा के बिक्री के लिए उपलब्ध होने से पहले इसे 90 के दशक सेना के लिए एक ट्रायल पर लिया गया था. हालांकि, इसे 2021 कई बदलावों के साथ फिर से लॉन्च किया गया था, लेकिन इस नए मॉडल में समान समग्र अनुपात, समान आकार का इंजन और अपने लैडर फ्रेम चेसिस मिलता है. इसका कॉइल स्प्रिंग सस्पेंशन यात्रियों के लिए काफी आरामदायक है और इसमें ड्यूल फ्रंट एयरबैग, रियर पार्किंग सेंसर, कॉर्नरिंग लैंप और एक टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (टीपीएमएस) सहित कई नई सुरक्षा विशेषताएं हैं.

यह 700 मिमी पानी की गहराई और खड़ी ढलानों पर चढ़ने के लिए 35 प्रतिशत ग्रेडिबिलिटी के साथ आता है. गोरखा सबसे शक्तिशाली ऑफ-रोडर्स एसयूवी में से एक है, जिसे आप भारत में खरीद सकते हैं.

Jeep Compass Trailhawk

जीप कम्पास ट्रेलहॉक सबसे सस्ती ट्रेल-रेटेड जीप है, जिसे आप भारत में खरीद सकते हैं. यह कठिन इलाकों से निपटने के लिए शानदार इंटीरियर, अच्छी सवारी गुणवत्ता, हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर सिस्टम के साथ आती है. कंपास ट्रेलहॉक के सेफ्टी किट में 360 डिग्री कैमरा, छह एयरबैग, अंडरबॉडी प्रोटेक्शन प्लेट्स, स्टेबिलिटी कंट्रोल और इलेक्ट्रॉनिक रोल मिटिगेशन शामिल हैं. इसमें 170PS 2-लीटर डीजल इंजन मिलता है, जिसे 9-स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन और 20:1 क्रॉल अनुपात के साथ एक लो-रेंज गियरबॉक्स के साथ जोड़ा गया है.

कंपास ट्रेलहॉक में फ़्रीक्वेंसी सेलेक्टिव डंपिंग सस्पेंशन, हिल डिसेंट कंट्रोल और स्नो, मड और ऑटो ट्रैक्शन मोड और यहां तक ​​कि एक ‘रॉक’ मोड भी है. यह एक आलीशान, कहीं भी जाने वाली सैन्य एसयूवी के लिए बनेगी जो कठिन रास्तों और नियमित सड़कों पर समान रूप से सक्षम होगी.

Maruti Jimny

हमने लंबे समय से जिम्नी के आने का इंतजार किया जा रहा है और इसका चार दरवाजों वाला वेरिएंट आखिरकार 2023 तक भारत में आ सकता है. यह जिप्सी की फोर्थ जनरेशन मॉडल है, जिसमें जिप्सी की तरह कई समानताएं देखने को मिलेंगी. इसे लैडर फ्रेम अंडरपिनिंग्स और रेट्रो स्टाइलिंग के साथ उतारा जाएगा. इसमें एक किफायती, लेकिन शक्तिशाली माइल्ड-हाइब्रिड 1.5-लीटर पेट्रोल पावरट्रेन मिलने की उम्मीद है और यह पुरानी जिप्सी की तुलना में अधिक सुरक्षित भी है.

जिम्नी में रग्ड लैडर फ्रेम चेसिस, सॉलिड फ्रंट और रियर एक्सल और थ्री-लिंक फ्रंट और रियर सस्पेंशन है. सुजुकी ऑलग्रिप प्रो 4डब्ल्यूडी सिस्टम और ट्रैक्शन और हिल डिसेंट कंट्रोल सिस्टम से लैस, सख्त लेकिन आधुनिक जिम्नी में एक बेहतरीन आर्मी एसयूवी है.

Mahindra Bolero Neo

4×4 महिंद्रा बोलेरो ने पुलिस बेड़े में जिप्सी की जगह ले ली है, लेकिन भारतीय सेना के लिए इसके अधिक आधुनिक नाम के साथ बेहतर होगा. स्टॉक के रूप में बोलेरो नियो 4डब्ल्यूडी की पेशकश भी नहीं करता है, लेकिन यह स्पष्ट रूप से अपने यांत्रिक रूप से लॉकिंग रियर डिफरेंशियल और मल्टी टेरेन टेक्नोलॉजी (एमटीटी) के साथ एक ऑफ-रोडर बनने की इच्छा रखता है. इसमें भी वही 1.5-लीटर डीजल इंजन है जो बोलेरो में 100PS/260Nm के उच्च आउटपुट के साथ है. अगर Mahindra इसे एक 4WD सिस्टम दे सकती है, तो Bolero Neo के पास भारतीय सेना की Maruti Gypsy का अच्छा ऑप्शन बन सकती है.

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