आपने लाइटिंग वाले हेलमेट देखे होंगे, स्पीकर वाले हेलमेट भी देखे होंगे, लेकिन क्या आपने कभी प्रदूषण से बचाने वाले हेलमेट के बारे में सुना है? जी हां.. ये पहला ब्रांड है जो कार्बन फिल्टर्स का इस्तेमाल करने वाला है.
जहां देश की राजधानी में प्रदूषण जानलेवा स्तर पर पहुंच चुका है, वहीं भारत के बाकी महानगरों में भी पॉल्यूशन बुरी तरह पर्यावरण को खराब कर रहा है. ऐसे में ये हेलमेट ना सिर्फ आपकी जान दुर्घटना से बचाता है, बल्कि हवा के साथ बह रहे जहरीले धुएं से भी आपको बचाता है. हेलमेट के साथ मिलने वाले ये कार्बन फिल्टर्स 90 प्रतिशत तक साफ-सुथरी हवा आप लोगों तक पहुंचाते हैं.
हेलमेट में कितना कारगर होगा?
कार्बन फाइबर का इस्तेमाल बहुत सारी जगहों पर होता है और मजेदार बात ये है कि इसे धोया जा सकता है. हालांकि इस बात पर कोई जानकारी नहीं है कि कवर के अंदर ये कितना कारगर साबित होगा.
प्रदूषण से निजात पाने के लिए राज्य सरकार जहां ऑड-ईवन फॉर्मुला अपनाती रहती है, वहीं केंद्र सरकार भी वाहनों के इलेक्ट्रिफिकेशन और वैकल्पिक ईंधन पर जोरदार रफ्तार में काम कर रही है. कारों में जहां अब नए-पुराने ब्रांड्स कारों में एयर फिल्टर दे रहे हैं, वहीं कार के अंदर बैठ कर यात्रियों को प्रदूषण का उतना नुकसान नहीं होता, जितना बाइक सवारों को. इन्हें प्रदूषित हवा सीधे तौर पर प्रभावित करती है.
कैसे काम करता है कार्बन फिल्टर?
चारकोल को जब ऑक्सीजन से मिलाया जाता है तो ये एक्टिवेट हो जाता है और हवा में घुले प्रदूषण और हानिकारक केमिकल को सोख लेता है. एक बार कार्बन फिल्टर में जाने के बाद ये बाहर नहीं निकल पाते. ये कर्बन फिल्टर्स आसानी से इस्तेमाल में आने वाले हैं और इन्हें धोया भी जा सकता है. ये एयर प्यूरिफायर हेलमेट के पिछले हिस्से में लगाया गया है जहां हवा जाकर साफ होती है और एक पंखे के जरिए हेलमेट में पहुंचती है. ये दुनिया में अपनी ही किस्म का दुनिया का पहला हेलमेट बताया जा रहा है जो एयर फिल्टर के साथ आता है.
कीमत 3,500 – 5,000 रुपये तक होगी!
बता दें कि इस हेलमेट की कीमत 3,500 – 5,000 रुपये तक होगी और हर महीने इस हेलमेट का एयर फिल्टर आपको बदलना होता है, इसके अलावा हेलमेट पर एलईडी लाइट पंखे की स्पीड और बैटरी की जानकारी देती है. फिलहाल इसे कुछ चुनिंदा दुकानों पर बेचा जा रहा है, हालंकि इसे ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर जल्द उपलब्ध कराए जाने बात चल रही है. इसके बाद ग्राहक घर बैठे इसकी डिलीवरी ले सकते हैं. कंपनी की मानें तो बहुत सारे लोगों की लंबी मेहनत के बाद प्रदूषण से बचाने वाले इस हेलमेट को बनाया जा सकता है.