बिना बिजली के भी धड़ल्ले से चला सकेंगे पंखे-कूलर! घर रहेगा ‘ठंडा-ठंडा, Cool-Cool’, बस करना होगा ये काम

गर्मी का मौसम आ चुका है और बढ़ते तापमान ने सभी को परेशान करके रख दिया है. गर्मी के साथ-साथ इस मौसम में बिजली की कटौती भी एक आम समस्या है. देश के कई शहरों में घंटों तक बिजली नहीं आती है और इसकी वजह से लोगों को अपने घर में गर्मी में बैठना पड़ता है. अगर आप अपने घर में तब भी पंखे-कूलर चलाना चाहते हैं जब बिजली न हो, तो उसके लिए आपको सही इन्वर्टर लेना होगा. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि इन्वर्टर खरीदते समय आपको किन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए..



 

इन्वर्टर खरीदने से पहले करें ये काम
इन्वर्टर खरीदने से पहले इस बात की प्लैनिंग करें कि आपको कितने वॉट के इन्वर्टर की जरूरत है. ऐसा करने के लिए आपको उन डिवाइस की एक लिस्ट बनानी होगी जो इन्वर्टर से जुड़े होंगे यानी जिन्हें आप इन्वर्टर की मदद से चलाना चाहते हैं. इससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि आपको कुल कितनी वाट क्षमता की जरूरत है. आपके डिवाइसेज कितनी बिजली लेते हैं, उस हिसाब से इन्वर्टर की कपैसिटी का फैसला करें और फिर वो इन्वर्टर लें जिसमें आपकी जरूरत की क्षमता से 100W ज्यादा हो. ये बफर लेना बहुत जरूरी है.

 

इन्वर्टर खरीदते समय रखें इन बातों का ध्यान
सही इन्वर्टर चुनने के लिए, आपको अपनी वी/ए रेटिंग (वोल्ट/एम्पीयर) ढूंढनी होगी. ऐसा करने के लिए कुछ कदम हैं. इन्वर्टर का पावर फैक्टर आमतौर पर वह एफिशिएंसी है, जिसपर इन्वर्टर काम करता है. एक इन्वर्टर कभी भी 100 प्रतिशत एफिशिएंसी पर काम नहीं कर पाएगा, इसके बजाय, यह 50-80 प्रतिशत एफिशिएंसी के बीच काम करेगा. अगर इसकी एफिशिएंसी 70 प्रतिशत है तो इसका पावर फैक्टर 0.7 होगा, अगर इसका 80 प्रतिशत है, तो पावर का फैक्टर 0.8 होगा. एक बार जब आपके पास पावर फैक्टर हो जाएगा तो उसके बाद अपनी वोल्ट एम्पीयर रेटिंग को चेक करना आसान होगा.

 

इसके साथ-साथ इन्वर्टर को चुनने के बाद यह भी देख लें कि उसमें कौनसी बैटरी लगी है क्योंकि अच्छे इन्वर्टर में अच्छी बैटरी का होना बेहद जरूरी है वरना लंबे पावर कट में आपको परेशानी हो सकती है.

 

इस तरह आप सही इन्वर्टर का चुनाव करके बिना बिजली के समय में भी पंखों और कूलर्स का इस्तेमाल कर सकते हैं और गर्मियों से बच सकते हैं.

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