RUM की बोतल पर आखिर क्यों लिखा होता हैं ‘XXX’?, वजह जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान…

भारत में शराब प्रेमियों के बीच रम की एक अलग जगह है। पीने वाले जाड़े के मौसम में रम को ज्यादा तरजीह देते हैं। ये रम मुख्यत: दो तरह की होती है, एक वाइट रम और दूसरा डार्क रम। वाइट रम का जहां कॉकटेल्स ड्रिंक तैयार करने के लिए ज्यादा इस्तेमाल होता है.



वहीं परंपरागत रम प्रेमियों के बीच डार्क वाला विकल्प ज्यादा मशहूर है। डार्क रम की बहुत सी बोतलों पर आपने XXX लिखा देखा ही होगा। आखिर इसका मतलब क्या है, यह सवाल बहुत सारे लोगों के मन में जरूर उठता होगा।

RUM को लेकर एक से बढ़कर एक दावे करते हैं लोग

इंटरनेट पर इस बारे में एक से बढ़कर एक दावे किए गए हैं, जिनपर विश्वास कर पाना थोड़ा मुश्किल लगता है। एक दावा तो यही है कि RUM को पुराने वक्त में Regular Used Medicine के तौर पर इस्तेमाल करने की मान्यता थी। उस वक्त डॉक्टर बहुत सारे मरीजों को दवा के तौर पर रम पीने का सुझाव देते थे। इसके लिए वे अपनी पर्ची पर रम के साथ XXX लिखते थे, जिसका रोमन में मतलब होता था 30।

इसे भी पढ़े -  Dabhara News : 2 सितंबर को निःशुल्क नेत्र रोग एवं मोतियाबिंद जांच एवं निदान शिविर आयोजित, जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमल किशोर पटेल द्वारा कराया जा रहा आयोजन

इसके बाद, मरीज बोतल की कैप से रम की एक निश्चित मात्रा 30 दिन तक दवा के तौर पर लेता था। दावा है कि डॉक्टरों की यही मार्किंग बाद में बोतलों पर इस्तेमाल होने लगी। एक दावा और भी है। इसके मुताबिक, 17वीं शताब्दी में ब्रिटिश लोग बीयर की तीव्रता मापने के लिए X का इस्तेमाल करते थे। सबसे ज्यादा नशीली बीयर यानी XXX। दावा है कि बाद में अंग्रेजों ने यही वर्गीकरण रम पर भी अप्लाई कर दिया, जो आज भी जारी है।

जानें XXX लिखने की वजह?

इसे भी पढ़े -  Sakti News : बन्धन बैंक सक्ती शाखा ने नगर पालिका अध्यक्ष श्याम सुंदर अग्रवाल के मुख्य आतिथ्य में मनाया 10वां स्थापना दिवस

कॉकटेल्स इंडिया यूट्यूब चैनल के संस्थापक और वाइन एक्सपर्ट संजय घोष ने भी रम की बोतलों पर XXX लिखे जाने की वजह ढूंढने की कोशिश की है। उन्होंने इतिहास की कुछ घटनाओं से XXX लिखने के प्रचलन का लिंक जोड़ने की कोशिश की है। उनके मुताबिक, बोतल पर लिखा X उस रम की तीव्रता जाहिर करने का एक प्रतीकात्मक तरीका भर है। XXX यानी काफी तेज या स्ट्रॉन्ग एल्कॉहल।

हालांकि, आजकल शराब की तीव्रता % v/v के मात्रक में मापी जाती है, इसलिए इस प्रतीकात्मक XXX के कोई खास मायने नहीं हैं। हालांकि, एक वक्त था, जब रम पर बने ये X ही उसकी तीव्रता जानने का तरीका था। घोष के मुताबिक, 18वीं शताब्दी में बहुत सारी डिस्टलरियां काफी मात्रा में एल्कॉहल बना रही थी। उन दिनों एल्कॉहल की तीव्रता मापने के लिए उतने तकनीकी संसाधन उपलब्ध नहीं थे। अधिकतर डिस्टलरी यही दावा करते थे कि उनका एल्कॉहल सबसे स्ट्रॉन्ग है। ऐसे में एल्कॉहल की तीव्रता मापने के लिए एक तरीका अपनाया गया, जिससे इस X का कनेक्शन है।

इसे भी पढ़े -  Sakti News : 'स्वदेशी अपनाओ, विदेशी भगाओ अभियान' में गूंजा संकल्प, सक्ती में चेंबर ऑफ कॉमर्स ने दिलाई शपथ

error: Content is protected !!