नई दिल्ली. संजीव कुमार का जन्म 9 जुलाई, 1938 को गुजरात के सूरत में हुआ था। बेहद छोटी उम्र में ही वे मुंबई आ गए थे। साल 1960 में उन्होंने हम हिंदुस्तानी फिल्म से अपना करियर शुरू किया। इसके बाद वे निशान, छोटी सी मुलाकात, आशीर्वाद, संघर्ष, साथी और अनोखी रात जैसी फिल्म में नजर आए। 1970 एक ऐसा साल था जब वे लोगों के बीच पॉपुलर हुए और उनकी एक्टिंग का लोहा सबने माना। इस साल उनकी फिल्में खिलौना, देवी, दस्तक और बचपन जैसी फिल्म रिलीज हुई। दस्तक के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड भी मिला। एक्टर ने 5 दशक पहले टेक्नोलॉजी के आभाव के बाद भी एक ही फिल्म में 9 अलग-अलग रोल्स प्ले किए।
एक्टर की फिल्में जितनी मशहूर थीं उतनी ही उनकी निजी जिंदगी भी सुर्खियों में थी। बॉलीवुड के अन्य कलाकारों के साथ संजीव कुमार के अच्छे ताल्लुकात थे। अपने वक्त के चॉकलेटी एक्टर्स में से एक सचिन पिलगांवकर से भी उनकी दोस्ती काफी मशहूर थी। सचिन, संजीव कुमार को बड़े भाई जैसा मानते थे। सचिन अक्सर संजीव कुमार के घर जाया करते थे। इसी बारे में याद करते हुए सचिन पिलगांवकर ने संजीव कुमार के आखिरी वक्त का वाकया बॉलीवुड आज और कल के वीडियो में बताया।
इस हालत में बाथरूम में हुई थी संजीव कुमार की मौत
सचिन ने कहा, “एक बार जब उन्होंने मुझे बुलाया तो मैं उनके घर उनसे मिलने के लिए गया था। काफी देर इंतजार करने के बाद जब रहा नहीं गया तो उन्होंने घर में नौकर से पूछा कि साहब क्या कर रहे हैं। तो जवाब मिला कि नहा रहे हैं।” इसके आगे बताते हुए सचिन पिलगांवकर कहते हैं, “मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने कमरे के अंदर जाने की कोशिश की। फिर सोचा यदि वह कपड़े चेंज कर रहे होंगे तो उन्हें सॉरी बोल कर दरवाजा बंद कर दूंगा।”
सचिन ने उस वाकये के बारे में कहा जिसे सुनने के बाद आप हैरान रह जाएंगे। एक्टर ने कहा, “जब मैंने स्लाइडिंग डोर खोला तो कोई नहीं दिखा पर नीचे कार्पेट पर दो पैर नजर आए। मैंने आगे आकर देखा तो वो दरवाजे की तरफ हाथ कर के वह उल्टे कार्पेट पर पड़े हुए थे। ये देख मैं जोर से चिल्लाया। मैंने डॉक्टर को बुलाया जल्दी आओ। डॉक्टर आया उनके पास बैठा और उन्हें उल्टा किया, छाती पर पंप दिया। डॉक्टर ने बताया कि काफी देर पहले ही ये चले गए। मेरे पैरों तले जमीन निकल गई थी। वह सिर्फ 46 के थे।” संजीव कुमार निधन 6 नवंबर 1985 को हुआ था। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उनकी मौत हार्ट अटैक के कारण हुई थी।
हेमा मालिनी ने तोड़ा था दिल!
संजीव कुमार पर्दे पर जितने सीरियस थे, उतने ही अपने अफेयर्स को लेकर शक्की भी थे। कहा जाता है कि संजीव कुमार अपना अफेयर शुरू होने से पहले ही महिलाओं पर शक करने लगते थे। इतना ही नहीं वह फिल्मी दुनिया से होने के बावजूद लाइमलाइट में रहना पसंद नहीं करते थे। कहते हैं संजीव कुमार हेमा मालिनी को बेहद चाहते थे, लेकिन हेमा ने उनको ना कह दिया था।