इसे कहते हैं… रब ने बना दी जोड़ी; रशिया की यूना को वृंदावन में मिला जीवनसाथी. पढ़िए क्या है पूरी कहानी..

मथुरा: धर्म नगरी वृंदावन करोड़ों लोगों की आस्था का प्रतीक है, यहां सिर्फ़ देश से ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व से लाखों श्रद्धालु आते हैं. यहां आकर भगवान की सेवा करते हैं. ऐसी ही एक भक्त रशिया से वृंदावन आई तो दर्शन करने थी, लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि वह यहीं की होकर रह गई.



 

 

 

रशियन युवती को यहां एक लड़के से प्यार हो गया. दोनों एक-दूसरे को इस कदर पसंद आए कि बात शादी तक पहुंच गई. सात समंदर पार से कृष्ण की भक्ति यूना को वृंदावन खींच लाई.  यहां उसकी मुलाकात 20 साल से रह रहे राजकरण से हुई, जो वृंदावन में रह कर अपने गुरु की आज्ञा से गायों की सेवा कर रहा है.

 

 

 

हिंदू रीति रिवाज से शादी की
यूना भी उनके साथ गौ सेवा में शामिल हो गई और राजकरण के साथ मिल कर गौ सेवा करने लगी. धीरे-धीरे साथ में सेवा करते-करते इन दोनों में प्यार हुआ और दोनों ने अप्रैल 2023 में हिंदू रीति रिवाज के साथ दिल्ली में शादी कर ली. अब दोनों दिन में गौ सेवा करते हैं और शाम को वृंदावन के इस्कॉन मंदिर के पास ही लोगों को धार्मिक पुस्तकें और चंदन लगाकर अपना पेट पालते हैं. दोनों की जोड़ी देख कर स्थानीय लोगों के साथ-साथ बाहर से आने वाले श्रद्धालु भी अचंभे में पड़ जाते हैं.

 

 

 

मांग में सिंदूर और मंगलसूत्र भी पहना
राजकरण ने किसी भी तरह की कोई शिक्षा प्राप्त नहीं की है और यूना ठहरी रशिया से जिसे हिंदी तक नहीं आती है. लेकिन, फिर भी प्यार की भाषा ऐसी कि दोनों एक दूसरे की हर बात समझ जाते हैं. वैसे तो दोनों की उम्र में भी ज़्यादा फ़र्क़ नहीं है. यूना की उम्र 36 साल है, तो वहीं राजकरण 35 साल के हैं. यूना ने शादी के बाद से पूरी तरह से ही भारतीय संस्कृति को अपना लिया है. गले में मंगलसूत्र भी पहनती है और मांग में सिंदूर भी लगाती है, यही नहीं पैरों में पायल भी पहनती है.

error: Content is protected !!