हम जिस देश की बात कर रहे हैं वो है भूटान. भूटान के लोग बैद्ध धर्म को मानते हैं. बोद्ध धर्म में किसी भी जीव को मारना पाप माना जाता है. इसलिए भूटान के लोग भी मच्छर को मारना पाप समझते हैं.



यहां तक कि जब सरकारी कर्मचारी इलाकों में मच्छर मारने वाली दवाई छिड़कने जाते हैं तो बौद्ध धर्म के कट्टर समर्थक इस पर झगड़ा करने लगते हैं और उन्हें दवा का छिड़काव करने से मना करने लगते हैं.
हालांकि, ये पहले हुआ करता था. अब लोग समझदार होने लगे हैं और मलेरिया से बचने के लिए मच्छरों से दूरी बनाने को तैयार होने लगे हैं. कई इलाकों में अब लोग मच्छरों को मारने से परहेज भी नहीं कर रहे हैं.
एक रिपोर्ट के अनुसार, 2018 में भूटान में मलेरिया के कुल 54 केस सामने आए थे. हालांकि, इनमें से केवल 6 भूटान के निवासी थे, बाकि लोग टूरिस्ट थे.
इसके साथ ही आपको एक ऐसे देश के बारे में बताते हैं जहां एक भी मच्छर नहीं पाए जाते. दरअसल, हम जिस देश की बात कर रहे हैं वो आइसलैंड है.
ये देश उत्तरी अटलांटिक महासागर में स्थित है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस देश में मच्छर के अलावा सांप और अन्य रेंगने वाले जीव भी पाए जाते हैं. यहां के टेम्परेचर की बात करें तो ये माइनस 38 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है.






