जांजगीर-चांपा. गांधी जी ने जो सपना देखा था कि गांव के विकास से ही सभी का विकास है, उसी को साकार करने का हरसंभव प्रयास हमें करना है। उन्होंने कहा था कि हमारा देश गांवों में निवास करता है, इसलिए हमें गांवों के विकास पर ही ध्यान देना है। उनके तीन सिद्धांतों, संदेशों बुरा मत कहो, बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो के बताए मार्ग पर चलना है।
यह बात 2 अक्टूबर गांधी जयंती के 150 वीं वर्षगांठ के समापन समारोह के अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती यनिता यशवंत चंद्रा ने कही। इसके पूर्व महात्मा गांधी जी की फोटो पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलित कर अतिथियों ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस दौरान भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर उनको याद किया गया। इस अवसर पर बापू जी के प्रिय भजन वैष्णव जन तो एवं राज्यगीत अरपा पैरी के धार प्रोजेक्टर के माध्यम से सुना गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी तीर्थराज अग्रवाल ने गांधी जयंती के अवसर पर पंचायत पदाधिकारियों के नाम मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पाती का वाचन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह गांधी का देश है, जो गांवों में बसता है। हमारा जिला भी गांवों का जिला है। गांवों में शासन की सभी योजनाओं का लाभ दिलाना ही पंचायतीराज का लक्ष्य है। गांव तक सभी योजनाओं को पहुंचाने का काम जनप्रतिनिधियों, अधिकारी, कर्मचारियों के सहयोग से ही संभव है।
इस मौके पर जिपं पंचायत उपाध्यक्ष राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि गांधी जी के बारे में सोचे, विचार करें और उनके बारे में खूब पढ़े उनसे काफी सीखने मिलेगा। उन्होंने कहा कि वे सामान्य व्यक्ति थे, लेकिन उनकी दृढ इच्छा शक्ति से वे असामान्य व्यक्ति बने। इस अवसर पर जिपं के पूर्व सदस्य दिनेश शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि गांधी जी ने कभी अपने लिए कुछ नहीं किया, बल्कि देश और समाज के लिए ही अहिंसा के मार्ग पर चलते हुए कार्य किया। उनकी विचार धारा पूरे विश्व को प्रभावित कर रही है। इसलिए 124 देशों के द्वारा मिलकर उनके भजन वैष्णव जन तो को गाया गया है।
इस अवसर पर उपसंचालक पंचायत, लेखा अधिकारी एसके सिदार सहित अधिकारी, कर्मचारी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सहायक परियोजना अधिकारी डीएस यादव ने किया।
नशा मुक्त का संकल्प
जिपं सीईओ श्री अग्रवाल ने इस मौके पर जनप्रतिनिधियों, अधिकारी, कर्मचारियों को छत्तीसगढ़ को विकसित राज्य बनाने, अपने परिवार में हर्षोल्लास रखने, तन,मन,धन को सृदृढ बनाने, पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए, नशापान के दुष्परिणामों को प्रचारित कर उन्हें नशामुक्ति के लिए प्रेरित करते हुए नशा मुक्त राज्य बनाने की शपथ दिलाई।