गोधन न्याय योजना और गौठानों का सुचारू रूप से करें संचालन, नवपदस्थ जिला पंचायत सीईओ गजेन्द्र सिंह ठाकुर ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास की योजनाओं की सिलसिलेवार की समीक्षा

जांजगीर-चांपा. राज्य सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी का जिले में बेहतर तरीके से संचालन किया जाए। इसके तहत जिले में बनाए गए गौठानों में निर्माण कार्यों की सतत रूप से मानीटरिंग करते हुए उन्हें निर्धारित समय सीमा में पूर्ण किया जाए। इस कार्य में किसी तरह की कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गोधन न्याय योजना के तहत नियमित रूप से गोबर की खरीदी गौठानों में की जाए।
यह निर्देश विगत शुक्रवार को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग योजनाओं की समीक्षा बैठक में जिला पंचायत सीईओ गजेन्द्र सिंह ठाकुर ने संबंधित शाखा प्रभारी एवं जनपद पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को दिए।
उन्होंने कहा कि आदर्श गौठान में स्व सहायता समूहों को जोड़ते हुए आजीविका के बेहतर संसाधन तैयार किए जाएं। गौठान में मल्टीएक्टिविटी संचालित करते हुए समूहों की महिलाओं को जोड़ते हुए प्रशिक्षण दिया जाए। उन्होंने बैठक में गौठान में बनाए जा रहे वर्मी कम्पोस्ट, डबरी, अंजोला, बकरीपालन, मशरूम शेड, मछलीपालन, तालाब आदि की जानकारी ली।
उन्होंने नरवा विकास कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कहा कि वर्तमान समय नरवा के कार्य के लिए बहुत ही उपयुक्त है, इसलिए सभी कार्यों को प्रारंभ करते हुए पूर्ण किया जाए। उन्होंने महात्मा गांधी नरेगा की समीक्षा करते हुए कहा कि कार्यों के स्वीकृत होने के बाद तत्काल उन्हें शुरू किया जाए। ग्रामीणों को गांव में ही रोजगार मुहैया कराया जाना है। इसलिए अधिक से अधिक सामुदायिक एवं व्यक्तिगत कार्यों को प्राथमिकता के साथ शुरू किया जाए। उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत सात पंजी संधारण सतत रूप से की जाए। इसके अलावा मिशन मोड पर वन अधिकार पट्टाधारी परिवारों को रोजगार मुहैया कराया जाए।
इस दौरान नवीन पंचायत भवन,धान चबूतरा निर्माण आदि की जानकारी ली। उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की समीक्षा करते हुए कहा कि स्व-सहायता समूह को होने वाली किसी भी समस्या का निदान तत्काल किया जाए। अगर समूह के खाते में राशि पहुंचती है तो संबंधित समूह के साथ मिलकर गतिविधि की शुरूआत की जाए। बैंक सखी के माध्यम से पेंशन, मनरेगा भुगतान किया जाए।
प्रधानमंत्री आवास योजना(ग्रामीण) की समीक्षा करते हुए कहा कि जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है उसको पूर्ण करें और बन रहे आवास की गुणवत्ता की सतत मानीटरिंग की जाए। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की समीक्षा करते हुए उन्होंने सामुदायिक शौचालय, दिव्यांग शौचालय एवं हाइवे पर बन रहे शौचालय को पूर्ण करने कहा। इसके अलावा रूर्बन मिशन, पंचायत की योजनाओं की सिलसिलेवार समीक्षा की।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभिमन्यु साहू सहित सहायक परियोजना अधिकारी मौजूद रहे।



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