मुझे दया नहीं सम्मान की जरूरत है’, नेहा कक्कड़ के पांच लाख देने पर गीतकार संतोष आनंद ने कही ये बात

बॉलीवुड को कई सुपरहिट गाने देने वाले मशहूर गीतकार संतोष आनंद इन दिनों सोशल मीडिया में चर्चा का विषय बने हैं। हाल ही में गीतकार संतोष आनंद और नेहा कक्कड़ का एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें लोगों को लगा कि संतोष आनंद की माली हालत ठीक नहीं है। मगर गीतकार ने इस बात को नकारा है। दरअसल, सिंगिंग रियलटी शो इंडियन आइडल में गुजरे जमाने के मशहूर गीतकार 81 साल के संतोष आनंद ने शिरकत की थी जहां उन्हें शो की जज नेहा कक्कड़ ने 5 लाख रुपये दिए थे। पहले तो गीतकार ने इसे लेने से मना कर दिया था मगर नेहा कक्कड़ के मनाने पर वे मान गए थे। अब गीतकार ने इस बारे में बातचीत की है।
गीतकार संतोष ने कहा कि एक कलाकार को इज्जत और सम्मान चाहिए। याद किया जाना अच्छा लगा लेकिन बाद में कुछ ऐसी बातें हुईं जो गलत हैं। उन्होंने आगे कहा, मेरा घर ठीक से चला रहा है। नेहा बहुत अच्छी इंसान हैं जब उन्होंने मुझे 5 लाख रुपए देने का एलान किया तो मैंने कहा, मैं नहीं ले सकता। मैं एक स्वाभिमानी आदमी हूं। मैंने कभी किसी से पैसे नहीं मांगे और ना ही कभी मांगूगा। मैंने किसी से मदद नहीं मांगी। मैं कवि सम्मेलन में भाग लेता हूं और उससे पैसे कमाता हूं। ‘
गीतकार कहते हैं, ‘मुझे कोई परेशानी नहीं है तो मैं क्यों मदद मांगूगा। मैं नहीं जानना कि नेहा ने मुझे ये गिफ्ट क्यों दिया। अगर वो ये ना कहती कि आप इसे अपनी पोती समझ के ले लीजिए तो मैं कभी नहीं लेता। और उसके बाद लोग ये सब बातें करने लगे जो सच नहीं है। स्टेज पर बुलाया, सम्मान दिया, बस यही था। सम्मान और मदद में फर्क है। मुझे मदद नहीं चाहिए।’ बता दें सोशल मीडिया पर नेहा कक्कड़ और शो के मेकर्स को जमकर ट्रोल किया जा रहा है। यूजर्स का आरोप है कि चैनल ने टीआरपी के लिए गीतकार की लाचारी का फायदा उठाया।
बता दें कि गीतकार संतोष आनंद ने अपने करियर में सौ से ज्यादा फिल्मी गीत लिखे हैं। फिल्म ‘रोटी कपड़ा और मकान’ के गीत ‘मैं ना भूलूंगा..’ के लिए उन्हें 1974 में सर्वश्रेष्ठ गीतकार का फिल्मफेयर अवार्ड मिला था। इसके नौ साल बाद 1983 में भी संतोष आनंद को फिल्म ‘प्रेम रोग’ के गाने ‘मोहब्बत है क्या चीज हमको बताओ..’ के लिए दूसरा फिल्मफेयर पुरस्कार मिला। उत्तर प्रदेश सरकार ने 2016 में उन्हें यश भारती पुरस्कार से सम्मानित किया।
बुलंदशहर के सिकंदराबाद में जन्मे संतोष आनंद को हिंदी सिनेमा में गीत लिखने का पहला मौका फिल्म निर्माता, निर्देशक मनोज कुमार ने फिल्म ‘पूरब और पश्चिम’ में दिया। उनके सुपरहिट गीतों में फिल्म ‘प्यासा सावन’ के गीत ‘तेरा साथ है तो मुझे क्या कमी है’, ‘मेघा रे मेघा रे मत परदेस जा रे..’ और फिल्म ‘क्रांति’ का गाना ‘जिंदगी की ना टूटे लड़ी प्यार कर ले घड़ी दो घड़ी’ जैसे गीत प्रमुख रहे हैं।
 



error: Content is protected !!