जांजगीर-चाम्पा. अकलतरा क्षेत्र के मुड़पार गांव में स्थापित होने वाले एथेनॉल प्लांट का ग्रामीणों ने विरोध किया है और तहसीलदार, एसडीएम, कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर कहा है कि जान दे देंगे, लेकिन एथेनॉल प्लांट को लगने नहीं देंगे.
हथेनॉल प्लांट के विरोध में सौंपे गए ज्ञापन में सैकड़ों लोगों ने हस्ताक्षर किया है और बड़ी संख्या में ग्रामीण, तहसील और एसडीएम ऑफिस के साथ ही कलेक्टोरेट पहुंचे थे.
राजेश ढोंसले समेत ग्रामीणों का कहना है कि एथेनॉल प्लांट के लिए किसानों की खेती योग्य जमीन को लेने की तैयारी है, जहां कई पीढ़ी से मुड़पार गांव के लोग, खेती कार्य कर रहे हैं. एथेनॉल प्लांट लगने के बाद आसपास के खेत भी बंजर हो जाएंगे और खेती की जमीन, अनुपयोगी हो जाएगी. साथ ही, खेती छिनने के बाद स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ जाएगी.
ग्रामीणों का कहना है कि उद्योगपति को लाभ पहुंचाने के लिए ऐसा किया जा रहा है, जिसके विरोध किया जा रहा है. पहले भी एथेनॉल प्लांट में शिकायत हुई थी. अब एक बार फिर ग्रामीणों ने लामबंद होकर शिकायत दर्ज कराई है और अपनी आवाज बुलंद करते हुए कहा है कि सरकार, मुड़पार की जमीन को मेडिकल कॉलेज या किसी बड़े शैक्षणिक संस्थान के लिए ले ले, प्लांट के लिए किसानों की जमीन नहीं दी जाएगी और एथेनॉल प्लांट को किसी भी सूरत में लगने नहीं दिया जाएगा, इसलिए इसका लगातार विरोध किया जा रहा है.
ग्रामीणों की मोर्चाबंदी के बाद इस मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है और ग्रामीणों ने जिस तरह से एथेनॉल प्लांट का विरोध शुरू किया है, उसके बाद आगे भी यह मसला, और ज्यादा गरमाने के आसार हैं.
धरना प्रदर्शन, भूख हड़ताल और चक्काजाम की चेतावनी
एथेनॉल प्लांट के लिए किसानों की जमीन ली जाती है और प्लांट लगाने की प्रक्रिया को निरस्त नहीं किया जाता है तो ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन, भूख हड़ताल और चक्काजाम करने की चेतावनी दी है.