नई दिल्ली: भारत की ड्रोन क्षेत्र में बढ़ती क्षमता अब किसानों के लिए भी मददगार साबित हो रही है। किसानों की मदद करने के उद्देश्य से एक विशेष अभियान के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शुक्रवार (18 फरवरी) को भारत के कई शहरों और कस्बों में खेतों में कीटनाशकों का छिड़काव करने के लिए ‘100 किसान ड्रोन’ हरी झंडी दिखाई।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि यह 21वीं सदी की आधुनिक कृषि सुविधाओं की दिशा में एक नया अध्याय है। मुझे विश्वास है कि यह शुरुआत न केवल ड्रोन सेक्टर के विकास में मील का पत्थर साबित होगी बल्कि असीमित संभावनाओं के लिए भी आकाश खोल देगी।वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि पहले ड्रोन के नाम से लगता था कि यह सेना से जुड़ी कोई व्यवस्था है या दुश्मनों से मुकाबला करने के उपयोग में काम आने वाली चीजें हैं लेकिन अब यह 21वीं सदी की आधुनिक कृषी व्यवस्था की दिशा में एक नया अध्याय है। अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में ड्रोन स्टार्ट-अप की एक नई संस्कृति तैयार हो रही है। उनकी संख्या जल्द ही 200 से अधिक हो जाएगी, जिससे बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
भारत में बढ़ती ड्रोन क्षमता को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि मुझे बताया गया है कि गरुड़ एयरोस्पेस ने अगले 2 सालों में 1 लाख मेड इन इंडिया ड्रोन बनाने का लक्ष्य रखा है। इससे युवाओं के लिए नए रोजगार और नए अवसर पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि इस क्षेत्र के विकास में कोई बाधा न हो और इसके उत्थान को सुविधाजनक बनाने के लिए पहले ही कई सुधार और नीतिगत उपाय किए जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि ‘किसान ड्रोन’ एक नई क्रांति की शुरुआत है। किसान आने वाले समय में अपनी उपज जैसे फलों, सब्जियों और फूलों को कम से कम समय में बाजारों तक पहुंचाने के लिए उच्च क्षमता वाले ड्रोन का उपयोग कर सकते हैं, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।