6 महीने में खोए फरदीन खान ने अपने जुड़वा बच्चे, बोले- ‘एक साल तक नहीं था कोई काम’

मशहूर फिल्म एक्टर फिरोज खान  के बेटे फरदीन खान ने फिल्म ‘प्रेम अगन’ से बॉलीवुड में कदम रखा था। एक वक्त था जब वह चॉकलेटी बॉय के नाम से मशहूर थे। उनकी एक स्माइल पर लड़कियां अपना दिल लूटा देती थीं।



प्रोफेशन और पर्सनल लाइफ में फरदीन खान ने बहुत उतार-चढ़ाव देखा है। साल 2010 में वह फिल्म दूल्हा मिल गया में आखिरी बार  दिखाई दिए थे। जिसके बाद से वह गुमनामी में जीने लगे। काफी लंबे समय से एक्टर फिल्म इंडस्ट्री से दूरी बनाए हों।
लेटेस्ट खबरों के मुताबिक जल्द ही फरदीन खान फिल्म ‘विस्फोट’ ( Visfot ) के साथ कमबैक करने जा रहे हैं। हाल ही में एक्टर ने अपने एक इंटरव्यू में अपने संघर्षों को साझा किया। जिसकी वजह से वह सुर्खियों में आ गए हैं।

दरअसल, हाल ही में फरदीन खान ने वेबसाइड बॉलीवुड हंगामा संग बात करते हुए फरदीन ने खुद से और पिता फिरोज खान से जुड़ी कई बातों के बारें में खुलकर बातचीत की। फरदीन ने बताया कि ‘वह मानते हैं उन्हें  फिल्म प्रेम अगन के लिए मिला फिल्मफेयर अवॉर्ड के लायक नहीं थे। एक्टर का मानना था कि वह उस फिल्म में काफी डरवाने लग रहे थे।’

फरदीन ने आगे बताया कि ‘उनकी जिंदगी में एक वक्त ऐसा ऐसा कि जब उन्हें उन फिल्मों तक के भी पैसे वापस करने पड़े जो उन्होंने साइन की थी। एक साल तक उन्हें बिना काम के ही घर बैठना पड़ा।’

एक साल तक नहीं था काम

एक्टर ने बताया कि “मेरे पास कोई काम नहीं था, इससे पहले मैंने जो फिल्में साइन की थीं, लोगों ने उनके पैसे वापस ले लिए थे। जो पैसा मुझे दिया गया था, उसमें से कुछ मैंने खर्च कर दिया था, इसलिए मुझे वो पैसे वापस करने पड़े।”

फरदीन ने बताया कि उनके फिरोज खान काफी सख्त थे। फरदीन ने कहा कि उनका पूरा एक साल यूं बीत गया। जिसके बाद उन्होंने हिम्मत की और फिर खुद पर काम करना शुरू कर दिया। फरदीन ने बताया कि उन्होंने अपनी हिंदी पर काम करना शुरू किया क्योंकि पहली फिल्म में उनकी हिंदी बेहद खराब थी।

बेबी कन्सीव करना था बहुत मुश्किल

फरदीन खान जितना परेशान अपनी प्रोफेशनल लाइफ को लेकर थे। उतना ही वह अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर थे। अभिनेता ने बताया कि साल 2009 में जब उनके पिता का निधन हो गया था। उसके बाद उन्हें कई और परेशानियों का भी सामना करना पड़ा।

फरदीन ने बताया कि उन्हें और उनकी पत्नी को बच्चे कन्सीव करने में काफी दिक्कत हो रही थी। जिसके बाद उन्होंने IVF को चुना। नताशा और उन्होंने इस दौरान खूब दिक्कत झेली। जिसके बाद साल 2011 में उन्होंने लंदन शिफ्ट होने का फैसला लिया।
लंदन में नताश प्रेग्नेंट तो हो गई थीं, लेकिन छह महीने में ही उन्होंने अपने जुड़वा बच्चों को खो दिया। साल 2013 में उनकी बेटी का जन्म हुआ। जिसके बाद से कपल की जिंदगी में खुशियों ने दस्तक दी।

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