IPL 2022: ऋषभ पंत की दिल्ली कैपिटल्स में पावर हिटर्स की भरमार, जानें टीम की कमजोरी

नई दिल्ली. आईपीएल 2022 (IPL 2022) में काफी कुछ बदला दिखेगा. इस बार लीग में 8 के बजाए 10 टीमें खेलेंगी. वहीं, कोरोना के डर के कारण मुकाबले भी मुंबई और पुणे के चार स्टेडियम में खेले जाएंगे. इसी वजह से फॉर्मेट भी बदला है. वहीं, इस बार मेगा ऑक्शन के बाद काफी टीमें पूरी तरह बदल गईं हैं. ऐसे में किसी एक टीम को इस बार खिताब का फेवरेट कहना बड़ा मुश्किल है. हालांकि, दिल्ली कैपिटल्स (Delhi capitals) के पिछले तीन सीजन के प्रदर्शन को देखें तो इस टीम के इस बार भी प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीद मजबूत है. टीम लगातार तीन सीजन से प्लेऑफ खेल रही है.



इस बार भी युवा कप्तान ऋषभ पंत (Rishabh Pant) और खिलाड़ियों से सजी इस टीम से ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद है. दिल्ली कैपिटल्स आईपीएल 2022 में अपने अभियान की शुरुआत 27 मार्च को मुंबई इंडियंस (DC vs MI IPL 2022) के खिलाफ करेगी.

दिल्ली कैपिटल्स (Delhi capitals) की टीम में युवा खिलाड़ियों की भरमार है और उन्हें दिशा दिखाने वाले अनवुभवी खिलाड़ी भी मौजूद हैं. बीते कुछ सीजन से टीम का जोर युवा खिलाड़ियों पर ही रहा है. इस बार के ऑक्शन में भी टीम ने युवा बल्लेबाज, गेंदबाजों को अपने साथ जोड़ने पर जोर दिया. ऑक्शन से पहले टीम ने 4 खिलाड़ियों कप्तान ऋषभ पंत, पृथ्वी शॉ, अक्षर पटेल और दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज एनरिक नॉर्खिया को रीटेन किया. लेकिन आवेश खान (Avesh Khan) और कैगिसो रबाडा जैसे तेज गेंदबाज को रिलीज कर दिया.

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पिछले सीजन में अपनी रफ्तार से सबको चौंकाने वाले नॉर्खिया चोटिल हैं. ऐसे में उनके लीग में खेलने को लेकर अभी तस्वीर साफ नहीं है. इतना ही नहीं, डेविड वॉर्नर और मिचेल मार्श भी टीम के शुरुआती कुछ मुकाबलों में नहीं खेलेंगे. इसके अलावा भी टीम को कुछ और विदेशी खिलाड़ियों के बिना शुरुआती मुकाबले खेलने होंगे. ऐसे में लीग की शुरुआत से पहले ही टीम के सामने बड़ी चुनौती खड़ी है.

दिल्ली की ताकत
दिल्ली कैपिटल्स टीम की सबसे बड़ी ताकत उसकी बल्लेबाजी है. सनराइजर्स हैदराबाद के पूर्व कप्तान डेविड वॉर्नर की वापसी से टीम की बल्लेबाजी मजबूत हुई है. वॉर्नर पहले दिल्ली की तरफ से खेल चुके हैं. उनकी कप्तानी में ही हैदराबाद ने 2016 में लीग का पहली बार खिताब जीता था. ऐसे में वॉर्नर सिर्फ बल्लेबाज के तौर पर ही नहीं, बल्कि कप्तानी का अनुभव होने के नाते अहम मौकों पर ऋषभ पंत की मदद कर सकते हैं. वहीं, टीम के युवा बल्लेबाजों को तराशने का काम भी वो कर सकते हैं.

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वॉर्नर टॉप-ऑर्डर में आकर किसी भी टीम की गेंदबाजी को अकेले दम पर तहस-नहस कर सकते हैं. ऐसे में नीचे आने वाले बल्लेबाज खुलकर खेल सकते हैं. टॉप ऑर्डर में वॉर्नर को पृथ्वी शॉ का साथ मिलेगा. शॉ भी आतिशी बल्लेबाज हैं. ऐसे में दाएं और बाएं हाथ के बल्लेबाजों का यह कॉम्बिनेशन विपक्षी टीम की नींद उड़ाने के लिए काफी है.
टीम के पास पावर हिटर बल्लेबाजों की भरमार

तीन नंबर पर मिचेल मार्श खेलने आ सकते हैं. वो हाल के सालों में इस नंबर पर एक बल्लेबाज के तौर पर अपनी काबिलियत साबित कर चुके हैं. मार्श तेज गेंदबाजों के साथ-साथ स्पिन बॉलर्स को भी अच्छा खेलते हैं. दिल्ली की बैटिंग लाइन-अप को देखें तो मिडिल ऑर्डर में टीम के पास मिचेल मार्श, रॉवमैन पॉवेल, सरफराज खान और खुद कप्तान ऋषभ पंत हैं और यह सभी बल्लेबाज पावर हिटर हैं. खासकर पंत और पॉवेल अगर जम जाएं तो महज कुछ ओवर में ही खेल का रुख बदल सकते हैं.

पॉवेल भारत के खिलाफ पिछले महीने ही टी20 सीरीज में 36 गेंद में 68 रन ठोककर अपनी बल्लेबाजी का नमूना दिखा चुके हैं. अच्छी बात यह है कि जरूरत के मुताबिक, इन सभी बल्लेबाजों के बल्लेबाजी क्रम में बदलाव किया जा सकता है. इससे टीम की ताकत और बढ़ जाती है. टीम के पास 8 नंबर तक बल्लेबाजी करने वाले खिलाड़ी हैं.

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टीम के पास केएस भरत, मंदीप सिंह और यश धुल के रूप में मिडिल ऑर्डर में बेहतर बैकअप बल्लेबाज हैं. शार्दुल ठाकुर को ऑलराउंडर के तौर पर टीम से जोड़ने के बाद तो निचले क्रम में बल्लेबाजी और मजबूत हो गई है. शार्दुल मैच विनर हैं. वो गेंद और बल्ले दोनों से मैच जिताने का दमखम रखते हैं. अक्षऱ पटेल और ललित यादव भी बेहतरीन ऑलराउंड खिलाड़ी हैं.

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