जांजगीर-चांपा. एक छात्रा ने आत्मदाह कर लिया. वह 10वीं की परीक्षा में नकल करते पकड़ी गई थी. घर लौटने के बाद वह रात को छत पर गई और वहीं आग लगा ली. चीख-पुकार सुनकर परिजन पहुंचे, लेकिन तब तक वह आग की लपटों में बुरी तरह घिर चुकी थी. सूचना मिलने पर गुरुवार सुबह पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है.
पामगढ़ क्षेत्र के धाराशिव की रहने वाली ललिता धीवर (16) पुत्री गोरेलाल धीवर बुधवार देर रात अपने घर की छत पर पहुंची और आग लगा ली. परिजनों ने जब उसकी चीख पुकार सुनी तो दौड़कर छत पर पहुंचे, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. ललिता आग की लपटों से बुरी तरह से घिरी हुई बेसुध जमीन पर पड़ी थी. परिजनों ने किसी तरह आग बुझाई, लेकिन तब तक ललिता ने दम तोड़ दिया था.
परिजनों ने पुलिस को बताया कि ललिता 10वीं क्लास में पढ़ती थी. 8 मार्च को उसका शासकीय हाईस्कूल धाराशिव में सामाजिक विज्ञान का पेपर था. इस परीक्षा में वह नकल करते हुए पकड़ी गई, जिसके बाद एग्जामिनर ने नकल प्रकरण बना दिया. परीक्षा के बाद ललिता घर लौटी तो काफी दुखी थी. वह गुमसुम रहती और किसी से बात नहीं कर रही थी. इसके बाद देर रात उसने जान दे दी.
पामगढ़ थाना प्रभारी ओमप्रकाश कुर्रे ने बताया कि मामले में मर्ग कायम कर जांच की जा रही है. परिजन ने बयान में बताया है कि छात्रा का नकल प्रकरण बना था, जिसके बाद वह गुमशुम हो गई थी और खुदकुशी कर ली.