जांजगीर-चाम्पा. बस्ती बाराद्वार में शव के दाह संस्कार के वक्त दो पक्ष में विवाद हो गया. एक पक्ष ने चिता को बुझा दी तो दूसरे पक्ष ने एफआईआर और गिरफ्तारी की मांग करते चक्काजाम किया. यहां आक्रोशित लोगों ने नारेबाजी कर प्रदर्शन किया और सरपंच की गिरफ्तारी की मांग की. करीब 3 घण्टे बाद जब सरपंच जगदीश उरांव समेत 9 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई, जिसके बाद लोगों ने आंदोलन खत्म किया. इसके बाद शव को भी दाह संस्कार कर दिया गया है. बाराद्वार-जैजैपुर मार्ग पर आवागमन भी बहाल हो गया है.
दरअसल, बाराद्वार बस्ती में एक पक्ष के युवक की मौत हो गई थी, जिसके बाद मुक्तिधाम में उसकी चिता जलाई जा रही थी. वहां आग धधक गई थी. इसी दौरान दूसरे पक्ष के लोग पहुंचे और अपना मुक्तिधाम बताते हुए दाह संस्कार पर आपत्ति की. फिर लोग भड़क गए और जलती चिता को बुझा दी गई.
इस बात से दाह संस्कार करने वाले पक्ष के लोग आक्रोशित हो गए और शव को सड़क पर रखकर बाराद्वार-जैजैपुर मुख्यमार्ग पर रात में 1 घण्टे चक्काजाम कर दिया था. फिर आज सरपंच की गिरफ्तारी करने को लेकर आक्रोशित लोगों ने 3 घन्टे चक्काजाम किया. इस बीच सरपंच जगदीश उरांव समेत 9 आरोपियों की पुलिस ने गिरफ्तारी की, जिसके बाद मामला शांत हुआ.