जांजगीर-चाम्पा. जिला मुख्यालय से लगे एक छोटे से गांव बहेराडीह की महिलाओ ने पिछले साल रेशमी के धागे के बजाय क़ृषि अवशेष अलसी, केला, भिंडी, अमारी तथा चेच भाजियो के रेशे निकालकर और हल्दी, पालक, चुकंदर का रंग इस्तेमाल कर रंग बिरंगी राखियां बनाकर बिहान बाजार में सजाया था, मगर इस बार रक्षा बंधन के पर्व पर तालाब में उगने वाले कमल के डंठल से निकलने वाले रेशे से राखियां बनाई जा रहीं हैं. चूंकि, अन्य पेड़ पौधों के रेशे से कमल का रेशा बहुत ही मुलायम है.राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के तहत गठित नारी शक्ति महिला ग्राम संगठन की अध्यक्ष साधना यादव, सचिव पुष्पा यादव, एफएलसीआरपी रेवती यादव व पीआरपी पुष्पलता ध्रुव ने बताया कि पिछले साल रक्षाबंधन के पर्व पर बलौदा ब्लॉक अंतर्गत सिवनी के कृषक संगवारी रामाधार देवांगन, दीनदयाल यादव, जे बस्वराज के मार्गदर्शन पर क़ृषि अवशेष जैसे अलसी, केला, भिंडी, अमारी और चेच भाजी के डंठल को खेतोँ में जलाने के बजाय उसके रेशे से कपड़ा और राखियां बनाने का काम किया था. इस कारोबार से शुरू साल कम आमदनी हुई थीं, लेकिन इस बार इन रेशो के साथ-साथ तालाब में उगने वाली कमल के डंठल से रेशे निकालकर किसान स्कूल बहेराडीह में राखिययां तैयार की जा रही है.
बिहान बाजार में सजेगी कमल की राखियां
बहेराडीह के उप सरपंच व जय शारदा स्व सहायता समूह की सचिव चंदा सरवन कश्यप, सक्रिय महिला ललिता यादव, हेमकुमारी यादव व राजकुमारी पाटले ने बताया कि पिछले 10 अगस्त को राजधानी रायपुर में आयोजित बिहान बाजार में साग सब्जी, फल फूल के रेशे से निर्मित राखिया सजाई गईं थीं. इस तरह की रखियो को बनाने अकलतरा ब्लॉक के पीआरपी ओमेश्वरी साहू की टीम की सहयोग मिला था। उसके बाद रक्षा बंधन के पूर्व कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ और जनप्रतिनिधियों के मार्गदर्शन पर जिला, ब्लॉक, ग्राम स्तर पर बिहान बाजार स्व सहायता समूहों के माध्यम से आयोजित किया गया था.
पेड़ पौधे को राखी बांधकर मनाई गया था रक्षाबंधन पर्व
बलौदा जनपद उपाध्यक्ष नम्रता राघवेंद्र नामदेव,
उजाला स्व सहायता समूह सिवनी के अध्यक्ष पार्वती देवांगन,व जाटा बहेराडीह के सरपंच अनिता सपन मिरी ने बताया कि पिछले 22 अगस्त को गाँव गाँव में बिहान समूह की महिलाएं पेड़ पौधोंका पूजा आरती कर राखी बांधकर रक्षाबंधन पर्व का शुभारम्भ किया गया था. इस बार बार भी समूह की महिलाएं भजन कीर्तन, पूजा आरती, ग़ुलाल लगाकर पेड़ पौधों को राखी पहना कर पर्यावरण को सुरक्षित रखने का लोगों को संकल्प दिलाएंगे। रक्षाबंधन के पूर्व बहेराडीह के समूह के महिलाओ ने मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, कलेक्टर, एसपी व मिडिया के लोगों को पेड़ पौधे के रेशे से निर्मित राखिया और मिठाई भेंट किया था। इस बार भी पारम्परिक तरीके से रक्षा बंधन मनाने का निर्णय लिया गया है.