हैदराबाद. तेलंगाना में से बड़ी खबर आ रहा है, यहां पर एक सरकार शिविर में नसबंदी होन के बाद 4 महिलाओं की मौत हो गई है। जिसके बाद प्रशासन में हड़कंप मचा है। रंगा रेड्डी जिले के एक सरकारी अस्पताल में बीते पांच दिन में चार महिलाओं की मौत हो चुकी है। 9 महिलाओं की हालत खराब है और अस्पताल में भर्ती हैं। अहम बात यह है कि महिलाओं का पांच दिन पहले डबल पंचर लैप्रोस्कोपी (डीपीएल) शिविर में नसबंदी हुई थी। यह प्रॉसेस बहुत ही छोटा और मामूली होता है। सर्जरी के कुछ ही घंटों बाद अस्पताल से छुट्टी मिल जाती है और महिलाएं सामान्य तरीके से काम करने लगती हैं।
राज्य के जन स्वास्थ्य निदेशक जी श्रीनिवास राव ने कहा कि शिविर 25 अगस्त को रंगा रेड्डी जिले के इब्राहिमपट्टनम के सरकारी अस्पताल में आयोजित किया गया था। यहां प 34 महिलाओं की सर्जरी हुई थी। इस मामले में पहले दो महिलाओं की मौत हुई थी। सोमवार शाम को दो अन्य महिलाओं ने दम तोड़ दिया। इस प्रॉसेस के बाद मौत होने से स्वास्थ्य विभाग पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। डीपीएल एक महिला नसबंदी कार्यक्रम है।
शिविर में ऐसी महिलाओं की मौत हुई है, जिनकी उम्र महज 22 से 36 वर्ष की थी। उन्हें सर्जरी के बाद उल्टी, पेट दर्द और दस्त जैसे तीव्र गैस्ट्रोएंटेराइटिस के लक्षण हुए थे। फिलहाल कहा जा रहा है कि महिलाओं की मौत ऑर्गन फेल होने से हुई है। जिन महिलाओं की सर्जरी हुई थी, जिनकी नसबंदी की गई थी, उनमें अधिकतर आदिवासी समुदाय से हैं।
चार महिलाओं की मौत के बाद 30 अन्य महिलाओं की स्वास्थ्य जांच की गई है। 7 महिलाओं को ऐहतियात के तौर पर शहर के एक बड़े निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जबकि दो अन्य का इलाज यहां सरकारी निजाम आयुर्विज्ञान संस्थान (एनआईएमएस) में चल रहा है।
वहीं राज्य सरकार ने मृतक के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि और एक-एक मकान देने की घोषणा की है।
इधर सरकार ने सोमवार को राव की अध्यक्षता में घटना की व्यापक जांच का आदेश दिया था। वह सात दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे। इस बीच, जिस अस्पताल में सर्जरी की गई थी, उसके अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया है। सर्जरी करने वाले डॉक्टर का लाइसेंस अस्थायी रूप से वापस ले लिया गया है।