भीलवाड़ा. देश में एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक बैन हो गई है. इसके बाद से लोगों से लगातार अपील की जा रही है कि इसका उपयोग न किया जाए. फिर भी लोग इसके उपयोग करने से बाज नहीं आ रहे है. इसी बीच एक पेट्रोल पंप मालिक ने सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए अनूठी पहल की है. पेट्रोल पंप मालिक ने दूध के खाली पैकेट और प्लास्टिक की बोतलों के बदले एक लीटर पेट्रोल पर एक रुपये और एक लीटर डीजल पर 50 पैसे की छूट देने की पहल की है. राजस्थान के भीलवाड़ा के चित्तौड़गढ़ रोड स्थित छगनलाल बागतावरमल पेट्रोल पंप के मालिक अशोक कुमार मुंदड़ा इस मुहिम के जरिये लोगों को एकल उपयोग वाली प्लास्टिक के इस्तेमाल से परहेज करने के किए प्रोत्साहित कर रहे हैं.
मुंदड़ा ने 15 जुलाई को तीन महीने का जागरूकता अभियान शुरू किया था और राज्य के डेयरी ब्रांड सरस डेयरी, भीलवाड़ा जिला प्रशासन तथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने उनकी इस मुहिम का समर्थन किया है. सरस डेयरी ने पेट्रोप पंप पर जमा कराए गए खाली पैकेट के निस्तारण का संकल्प लिया है. भीलवाड़ा के जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने कहा, ‘पेट्रोल पंप मालिक एकल उपयोग वाली प्लास्टिक के खिलाफ जागरूकता पैदा करने का प्रस्ताव लेकर आए थे. उन्होंने सरस डेयरी के दूध के खाली पैकेट और पानी की बोतलों पर छूट की पेशकश की है. जागरूकता अभियान शुरू हो गया है.’ मुंदड़ा ने कहा कि दूध के लगभग 700 पैकेट एकत्रित कर लिए गए हैं. उन्होंने बताया, ‘अगर कोई व्यक्ति दूध का एक लीटर का खाली पैकेट या आधा लीटर के दो पैकेट या पानी की एक लीटर की बोतल लेकर आता है तो मैं उसे पेट्रोल पर एक रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 50 पैसे प्रति लीटर की छूट दे रहा हूं. ये पैकेट पेट्रोल पंप पर एकत्रित किए जाते हैं और निपटान के किए सरस डेयरी के पास भेज दिए जाते हैं.’
मुंदड़ा ने कहा, ‘बारिश के मौसम के कारण पेट्रोल पंप पर आने वाले ग्राहकों की संख्या काफी कम है. ऐसे में अब मैं इस अभियान की अवधि बढ़ाकर छह महीने करने की योजना बना रहा हूं.’ मुंदड़ा ने बताया कि वह सरस डेयरी से शहरभर में अपने बूथों पर खाली पैकेट एकत्रित करने के किए कहेंगे और इसके बदले लोगों को कूपन दिए जाएंगे, जिन्हें छह महीने के भीतर ईंधन की खरीद के किए भुनाया जा सकेगा. उन्होंने दावा किया कि यह योजना लोगों के किए ज्यादा उपयोगी साबित होगी. सरस डेयरी की भीलवाड़ा शाखा के प्रबंध निदेशक विपिन शर्मा ने कहा कि अगर मुंदड़ा प्रस्ताव देते हैं तो अभियान का दायरा बढ़ाया जा सकता है.