जांजगीर-चाम्पा. नैला उपथाना क्षेत्र के सरखों गांव में कक्षा 7वीं में पढ़ने वाले छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. छात्र ने यह कदम क्यों उठाया, इस बात की पड़ताल करने में पुलिस जुटी हुई है. घटना के बाद परिजन अभी सदमे में हैं, इसलिए पुलिस परिजन का बयान भी दर्ज नहीं कर पाई है.
नैला उपथाना प्रभारी रीना कुजूर से मिली जानकारी के मुताबिक, सरखों गांव के शासकीय मीडिल स्कूल में कक्षा सातवीं में छात्र अध्ययनरत था. सुबह घर वाले काम पर निकल गये थे, पिता पेशे से ड्राईवर है, वह भी बाहर था, वहीं उसकी मां खेत में काम करने गई थी. उसकी दादी भी घर के बाहर काम कर रही थी.
इसी बीच घर के सूनेपन का फायदा उठाते हुए छात्र ने अपने घर के कमरे में रस्सी का फंदा बनाया और फांसी पर लटक गया. घर के बाहर काम कर रही उसकी दादी, जब घर अंदर पहुंची, तब उसने देखा कि उसका पोता फांसी के फंदे पर लटका हुआ है. उसने तत्काल इस बात की सूचना अपनी बहु को दी, फिर बच्चे के पिता को जानकारी दी गई.
परिजन जब घर पहुंचे, तब चीख पुकार मच गया था. आसपास के लोगों ने घटना की सूचना नैला पुलिस को दी, जिसके बाद नैला पुलिस के अलावा एएसपी अनिल सोनी भी मौके पर पहुंचे और शव का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. घटना का कारण पूछने पर परिजन अभी कुछ भी बोल पाने में असमर्थ हैं. बच्चे की नाराजगी का कारण भी अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है.
फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी है. गांव में एक मासूम के निधन के बाद शोक की लहर है इस संबंध में नैला उपथाना प्रभारी रीना कुजूर ने बताया कि परिजन अभी सदमे में हैं और बच्चे की आत्महत्या के कदम उठाने के संबंध में कुछ भी स्पष्ट नहीं हो सका है. बच्चे के दोस्तों से भी इस संबंध में चर्चा कर कारण जानने का प्रयास किया जा रहा है.