देश की अर्थव्यवस्था को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बड़ी खुशखबरी दी है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि इस साल जीडीपी दहाई अंकों में बनी रहेगी। जीडीपी में बढ़ोतरी का मतलब यह है कि देश की अर्थव्यवस्था और सुधरेगी। इतना ही नहीं देश में शिक्षा, स्वास्थ्य के साथ-साथ मूलभूत सुविधाओं में भी बढ़ोतरी होगी। जीडीपी में बढ़ोतरी बने रहना दर्शाता है कि देश की आर्थिक स्थिति बेहतर है।
जीडीपी में बढ़ोतरी की उम्मीद
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में वृद्धि के दहाई अंकों में बने रहने की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा कि अन्य देशों की तुलना में भारत मजबूत स्थिति में है।
इतना ही नहीं भारत, जरूरतमंद वर्गों को मदद देने के लिहाज से जिम्मेदार भी है। सीतारमण ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में जीडीपी वृद्धि को लेकर सकारात्मक रुख दर्शाया। इस दौरान उन्होंने उन खबरों का हवाला भी दिया जिनमें कहा गया था कि देश में मंदी का खतरा नहीं है।
जानें अर्थव्यवस्था में कितनी हुई बढ़ोतरी
सीतारमण ने इस वर्ष जीडीपी वृद्धि के दहाई अंकों में रहने की उम्मीद के बारे में पूछे जाने पर कहा, कहा, ‘मुझे ऐसा होने की उम्मीद है. हम इसके लिए काम करेंगे। यदि आप मंदी की कगार पर नहीं खड़े हैं तो इससे भरोसा मिलता है। जरूरतमंद वर्गों की मदद करने और अर्थव्यवस्था को गति देने के लिहाज से आप लगातार कदम उठा रहे हैं…’ कुछ दिन पहले जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था 13.5 फीसदी की दर से बढ़ी है।