एलपीजी गैस की कीमतों की यदि बात की जाए तो पिछले पांच सालों में इसमें लगातार बढ़ोतरी हुई है। बढ़ती गैस की कीमतों ने आम आदमी की जेब पर भी काफी प्रभाव डाला है। यदि बात महंगाई की करें तो पिछले पांच सालों में अन्य घरेलू उपयोगी चीजों में काफी बढ़ोतरी हुई है।
घरेलू गैस एक ऐसी चीज है जो हर आम आदमी के जीवन जुड़ी हुई है। इसमें यदि कीमतें बढ़ती हैं तो निश्चित तौर पर इसका प्रभाव आम आदमी पर पड़ता है। पिछले पांच सालों में गैस की कीमतों में 330 रुपये का जोरदार इजाफा किया गया है।
अप्रैल 2017 से जुलाई 2022 तक LPG कीमतों में कितनी बढ़ोतरी
अप्रैल 2017 में एलपीजी सिलेंडर की कीमत 723 रुपये थी और जुलाई 2022 तक 45 फीसदी बढ़कर 1053 रुपये हो गई।
साल 2021 से अब तक 26 फीसदी बढ़े रसोई गैस के दाम
वहीं रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में यह बढ़ोतरी 1 जुलाई, 2021 से 6 जुलाई, 2022 के बीच 12 महीने की अवधि में 26 फीसदी की भारी बढ़ोतरी थी। जुलाई 2021 में इसी एलपीजी सिलेंडर की कीमत 834 रुपये थी। जुलाई 2022 तक इसकी कीमत 26 फीसदी बढ़कर 1,053 रुपये हो गई।
हरेक राज्य में एलपीजी की कीमतें अलग-अलग
एलपीजी सिलेंडर की कीमतें हर राज्य में अलग-अलग होती हैं क्योंकि वे मूल्य वर्धित कर या वैट के साथ-साथ परिवहन शुल्क पर निर्भर करती हैं। इनकी गणना कच्चे तेल की कीमतों के आधार पर भी की जाती है।
आम आदमी पर बोझ बढ़ा
रसोई गैस की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी पर बोझ डाला है, जबकि बढ़ती महंगाई के साथ-साथ बढ़ती बेरोजगारी ने आर्थिक विकास को कमजोर कर दिया है। रसोई गैस की कीमतें लंबे समय से लगातार बढ़ती ही जा रही हैं।
वहीं कमर्शियल गैस के दाम में कभी इजाफा कर दिया जाता है तो कभी दाम कम कर दिए जाते हैं। हाल ही में 1 सितंबर को कमर्शियल एलपीजी के दाम में कटौती की गई है। तेल कंपनियों ने कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दामों में दिल्ली में 91.50 रुपये की कमी की है।