सक्ती. सवा लाख रुद्राक्ष शिवलिंग बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, सक्ती, रायगढ़, सारंगढ़-बिलाईगढ़ से होते हुए जैजैपुर क्षेत्र में पहुंचा. जैजैपुर में 8 फरवरी से 18 फरवरी तक 51 कुंडीय रुद्र महायज्ञ और श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जायेगा.
राष्ट्रीय संत पंडित रामगोपाल महराज ने बताया कि यह आयोजन विश्व कल्याण की शांति के लिए सवा लाख पंचमुखी रुद्राक्ष शिवलिंग का दर्शन, विशेष रथ यात्रा बिलासपुर से 28 जनवरी को प्रारंभ होकर 7 फरवरी को यात्रा का समापन एवं विश्राम जैजैपुर में होगा. 8 फरवरी से लेकर 18 फरवरी तक जैजैपुर में 51 कुंडीय रुद्र महायज्ञ का आयोजन किया जायेगा, जिसमें सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन और तृतीय दिवस को शिव महापुराण का आयोजन किया जायेगा.
18 फरवरी को महाशिव रात्रि महोत्सव मनाया जाएगा जिसमें शिव बारात निकाली जाएगी. रुद्राक्ष वितरण किया जायेगा बहुत सारे साधु-संत ब्राह्मण भी आएंगे. लोगों की कामना, शांति, विश्व, कल्याण के लिए यह आयोजन किया जायेगा हमारा लक्ष्य है कि पूरे विश्व में शांति हो और सब की मनोकामना सनातन धर्म हमेशा जागृति रहे समस्त धर्म के लोग जागृति में रहे, यही हमारा धर्म है.
पूर्व जनपद अध्यक्ष सत्यनारायण चंद्रा ने बताया कि रुद्राक्ष मूल रूप से पशुपतिनाथ नेपाल से आया है. सवा लाख रुद्राक्ष शिवलिंग की यात्रा बिलासपुर जिले से प्रारंभ हुई और 5 जिलों से होते हुई सक्ती जिले के जैजैपुर विधानसभा में आई है .जैजैपुर में विश्वकल्याण और क्षेत्र के समृद्धि और विकास के लिए 51 कुंडीय रुद्र महायज्ञ और भागवत कथा का आयोजन 8 फरवरी से 18 फरवरी तक किया जायेगा.