बॉलीवुड के 10 आइकॉनिक सॉन्ग, मनोज से लेकर धर्मेंद्र हुए हिट, 5वां है सबका फेवरेट, बार-बार सुनने का करेगा मन…पढ़िए

मुंबई. चाहे कोई भी मौका हो गीत संगीत जरूर होता है. खूबसूरत गाने जश्न के माहौल को दोगुना कर देते हैं. ऐसे में बॉलीवुड के गाने हमेशा से लोगों के बीच लोकप्रिय रहे हैं. लेकिन पार्टी फंक्शन से इतर कुछ फिल्मी गाने ऐसे हैं जो जादू सा काम करते हैं और जिन्हें लोग बार-बार सुनना पसंद करते हैं. यकीनन समय के साथ गानों के टेस्ट में भी काफी बदलाव आया है लेकिन इस बीच कुछ ओल्ड क्लासिक ऐसे भी हैं, जिन्हें आज भी गुनगुनाना पसंद किया जाता है. आइए, आज ऐसे ही 10 क्लासिक गानों की बात करते हैं.



बीते दौर में एक वक्त ऐसा था जब बिनाका गीतमाला लोगों के बीच काफी लोकप्रिय थी. अमीन सयानी की आवाज के साथ जब बॉलीवुड गाने बजते थे तो लोग इसमें खो जाया करते थे. रेडियो सीलोन पर यह गीतमाला 1952 से 1988 तक ब्रॉडकास्ट होती थी, इसके बाद यह विविध भारती पर 1989 में शिफ्ट हो गई और साल 1989 तक चली. इसी गीतमाल में ट्रेंड में रहे टॉप 10 गानों पर नजर डालते हैं.

फिल्म: शोर, 1972
गाना: एक प्यार का नगमा है…
यह गाना इतना हिट रहा था कि इसे मिलेनियम सॉन्ग का खिताब भी दिया गया था. इस गाने को संतोष आनंद ने लिखा था और इसका संगीत लक्ष्मीकांत प्यारे लाल ने दिया था. गाने को मुकेश और लता मंगेश्करने आवाज दी थी.

फिल्म: श्री 420, 1955
गाना: प्यार हुआ इकरार हुआ है…
शंकर जय किशन के संगीत से सजे इस गाने को लता मंगेशकर और मन्ना डे ने गाया था. शैलेंद्र के लिखे इस गीत का जादू आज भी पहले जैसा ही है.

फिल्म: कभी कभी, 1976
गाना: कभी कभी मेरे दिल में…
साहिर लुधियानवी का लिखित यह ​गीत राखी और अमिताभ बच्चन पर फिल्माया गया था. इस गाने को खय्याम ने संगीत से सजाया था. गानें को मुकेश और लता मंगेशकर ने गाया था.

फ़िल्म लोफर, 1973
गाना: आज मौसम बड़ा बेईमान है…
धर्मेंद्र और मुमताज पर यह गाना फिल्माया गया था. इस हिट गाने को आनंद बख्शी ने लिखा और लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने इसे संगीतबद्ध किया था. इस गाने को मोहम्मद रफी साहब ने गाया था.

फिल्म: अराधना, 1969
गाना: मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू…
राजेश खन्ना और शर्मिला टैगोर की यह फिल्म बड़े पर्दे पर जितनी हिट रही थी, उतना ही यह गाना भी फेमस हुआ था. यह गाना हर फंक्शन की जान बन गया था. गाने को आनंद बख्शी ने लिखा था और एसडी बर्मन साहब ने इसे संगीतबद्ध किया था.

फिल्म: गजल, 1964
गाना: रंग और नूर की बारात किसे पेश करूं..
सुनील दत्त और मीना कुमारी पिक्चराइज अपने दौर का बेहद गाना रहा है. साहिर लुधियानवी ने इसे लिखा और मदन मोहन ने इसे संगीतबद्ध किया.

फिल्म: वो कौन थी, 1964
गाना: लग जा गले कि फिर ये हंसी रात…
साधना और मनोज कुमार पर पिक्चराइज यह गाना लता मंगेशकर के ​क्लासिक हिट में शुमार किया जाता है. इस गाने को राता मेहंदी अली खान ने लिखा था और मदन मोहन ने इसे संगीत दिया था

फ़िल्म उपकार, 1967
गाना: मेरे ​देश की धरती…
मनोज कुमार की देशभक्ति फिल्मों का यह हिट गाना है और आज भी सुना जाता है. गाने को महेंद्र कपूर ने आवाज दी थी. गाने को गुलशन बावरा ने लिखा और कल्याणजी आनंदजी ने संगीतबद्ध किया था.

फिल्म: कटी पतंग, 1970
गाना: आज ना छोड़ेंगे…
आनंद बख्शी के लिखे इस गीत को लता मंगेशकर और किशोर कुमार ने गाया था. एसडी बर्मन के संगीत से सजा यह गाना आज भी होली के मौके पर जरूर बजता है.

फिल्म: रोटी, कपड़ा और मकान, 1974
गाना: मैं ना भूलूंगा…
यह फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी और इसका यह गाना बेहद पॉपुलर रहा था. गाने को मनोज कुमार और जीनत अमान पर फिल्माया गया था. गाने को संतोष आनंद ने लिखा और मुकेश लता मंगेशकर ने इसे आवाज दी थी. इसे लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने संगीतबद्ध किया था.

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