कोरबा. पिछले कुछ वर्षों में कोरबा जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में किंग कोबरा की मौजूदगी दर्ज किया गया है. अब हाल ही में वन विभाग ने किंग कोबरा को लेकर सर्वे भी करवाया है. पाया गया कि किंग कोबरा बहुत लंबे समय से यहां हैं. कोरबा का जंगल कोबरा के लिए बहुत ही अनुकूल है. ऐसे में अब कोरबा के जंगल में किंग कोबरा दिखाई दिया है.
जानकारी के अनुसार, कोरबा से 40 किलोमीटर दूर सोलवा पंचायत के छुईढोढा गांव के पास उस वक्त हड़कंप मच गया, जब लोग अपने घरों के पास महुआ बीनने के साथ बाड़ी में काम कर रहे थे. यहां पर विशालकाय किंग कोबरा सांप फन फैलाए बैठा था. उसे देख सभी लोग अपना काम छोड़ कर भाग खड़े हुए. मामले की जानकारी पूरे गांव में फैल गई और लोग इकट्ठा होने लगे. कोबरा की जानकारी वन विभाग को दी. वन विभाग की रेस्क्यू टीम के जितेन्द्र सारथी को भी जानकारी दी गई.
जितेन्द्र सारथी ने कोरबा डीएफओ अरविंद पीएम को जानकारी दी और फिर रेस्क्यू टीम मौके स्थल के लिए रवाना हुई. आखिरकार 11 फीट किंग कोबरा को वन विभाग के उच्च अधिकारियों के मजूदगी में रेस्क्यू किया गया और गांव से दूर छोड़ा गया. तब जाकर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली. विभाग ने सभी लोगों को इस सर्प को ना मारने की बात कही और इसको बचाने की अपील की.
दुनिया का सबसे जहरीला सांप
किंग कोबरा (King Cobra) दुनिया का सबसे लंबा जहरीला सांप है, जिसे हिंदी में नागराज के नाम से जाना जाता हैं. इसका वैज्ञानिक नाम (Ophiophagus hannah) है. इसे स्थानीय भाषा में पहाड़ चित्ती के नाम से भी जाना जाता हैं. इसकी लम्बाई 5.6 मीटर तक होती है. सांपों की यह प्रजाति दक्षिणपूर्व एशिया व भारत के कुछ भागों में पाई जाती है. एशिया के सांपों में यह सर्वाधिक खतरनाक सापों में से एक है. इसकी लंबाई 20 से 21 फिट तक हो सकती है. यह भारत के दक्षिण क्षेत्रों में बहुतायात में पाया जाता है.
वहीं यह छत्तीसगढ़ राज्य के कोरबा में किंग कोबरा सांप अच्छी संख्या में फल फूल रहे हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन में उप वनमण्डलाधिकारी ईश्वर कुजूर, वन परिक्षेत्र अधिकारी पसरखेत तोषी वर्मा, परिक्षेत्र सहायक केशव सिदार, परिसर रक्षक सोल्वा राम नरेश यादव, स्नेक रेस्क्यू टीम प्रमुख जितेन्द्र सारथी, देवा आशीष राय और बड़ी संख्या में गांव के लोग मौजूद रहें.