जांजगीर-चाम्पा. चाम्पा क्षेत्र के कमरीद गांव में एक ऐसे शिक्षक हैं, जिन्होंने जीवन भर निःशुल्क शिक्षा देने का संकल्प लिया है. 60 वर्षीय रामकृष्ण वैष्णव, पिछले 37 बरसों से सरकारी स्कूल के बच्चों को पढ़ा रहे हैं. बच्चों को पढ़ाने के एवज में वे कोई शुल्क नहीं लेते. उनकी शिक्षा के प्रति समर्पण को लेकर सभी उन्हें ‘पुजारी गुरुजी’ कहकर पुकारते हैं.
सबसे पहले कमरीद गांव के प्रायमरी स्कूल में पढ़ाना शुरू किया था, फिर बाद में मिडिल स्कूल में संस्कृत पढ़ा रहे हैं. सबसे खास बात यह है कि उनके पढ़ाने का तरीका इतना बेहतर है, ज़िससे हमेशा अन्य विषयों से नतीजा अच्छा आता है.
वैसे तो रामकृष्ण वैष्णव अपने स्तर पर सरकारी स्कूल में पढ़ाते हैं. पूजा-पाठ में गहरी रुचि है, वहीं वे संस्कृत के अच्छे जानकार हैं, इसलिए अब वे मिडिल स्कूल में संस्कृत पढ़ाते हैं.
बच्चों को शिक्षा देने के प्रति खास रुचि और व्यवहार को लेकर स्कूल के छात्र-छात्रा और शिक्षक भी तारीफ करते हैं, क्योंकि शिक्षक रामकृष्ण वैष्णव ने जीवन भर बच्चों को निःशुल्क पढ़ाने का संकल्प लिया है.