IAS Story: JNU, BITS पिलानी से की पढ़ाई, 25 साल की उम्र में IFoS से बनें IAS, पढ़िए…

Success Story: हर साल लाखों उम्मीदवार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होते हैं. लेकिन सभी को सफलता नहीं मिलती. कुछ तो IAS, IPS और IFS बनने के लिए 4-5 अटेम्प्ट भी देते हैं. सिविल सेवा परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा तीन चरणों प्रीलिम्स, मेन और पर्सनल इंटरव्यू में आयोजित की जाती है. कुछ UPSC उम्मीदवार ऐसे भी होते हैं, जिन्हें पहले या दूसरे प्रयास में ही सफलता मिल जाती है. UPSC CSE परीक्षा पास करने वाले ऐसे ही एक अधिकारी IAS प्रतीक जैन (IAS Prateek Jain) हैं.



 

 

 

IFoS से बनें IAS ऑफिसर

प्रतीक (IAS Prateek Jain) 2018 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह वर्तमान में उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में मुख्य विकास अधिकारी (CDO) के रूप में कार्यरत हैं. वर्ष 2016 में अपने पहले प्रयास में IAS प्रतीक ने प्रीलिम्स और मुख्य परीक्षा में सफलता हासिल की, लेकिन फाइनल मेरिट लिस्ट में जगह नहीं बना सकें. हालांकि, उन्होंने उसी वर्ष भारतीय वन सेवा (IFoS) परीक्षा उत्तीर्ण की और रैंक 3 प्राप्त की हैं.

इसे भी पढ़े -  Sakti News : मिरौनी गांव में जिला स्तरीय पशुधन एवं कुक्कुट प्रदर्शनी कार्यक्रम आयोजित, सांसद कमलेश जांगड़े, मालखरौदा जनपद पंचायत अध्यक्ष कवि वर्मा और उपाध्यक्ष रितेश साहू रहे मौजूद, उत्कृष्ट पशुओं के पशु पालकों को किया गया सम्मानित

 

 

 

 

JNU, BITS Pilani से की पढ़ाई

अपने दूसरे प्रयास में उन्होंने UPSC CSE 2017 पास किया और अखिल भारतीय रैंक (AIR) 86 हासिल की. उन्होंने 25 साल की उम्र में परीक्षा पास की. इससे पहले, उन्होंने एक साल तक भारतीय वन सेवा (IFoS) में अपनी सेवाएं दी हैं. वह बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस ( BITS) पिलानी के पूर्व छात्र हैं, जहां से उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी.ई. (ऑनर्स) और एमएससी (ऑनर्स) बायोलॉजिकल साइंस (2011-2016) में किया है. उन्होंने वर्ष 2020 में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से पब्लिक मैनेजमेंट में मास्टर की डिग्री ली हैं.

इसे भी पढ़े -  Sakti News : मिरौनी गांव में जिला स्तरीय पशुधन एवं कुक्कुट प्रदर्शनी कार्यक्रम आयोजित, सांसद कमलेश जांगड़े, मालखरौदा जनपद पंचायत अध्यक्ष कवि वर्मा और उपाध्यक्ष रितेश साहू रहे मौजूद, उत्कृष्ट पशुओं के पशु पालकों को किया गया सम्मानित

 

 

 

 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीडीओ हरिद्वार के रूप में कार्यभार संभालने से पहले वह दिसंबर 2019 से अगस्त 2020 तक जिले के डिप्टी कलेक्टर थे. उन्होंने लगभग दो वर्षों तक नैनीताल जिले में डिप्टी कलेक्टर और SDM के रूप में भी कार्य किया है.

error: Content is protected !!