जांजगीर-चाम्पा. जांजगीर की पुलिस लाइन में तबियत बिगड़ने के बाद ड्राइवर की मौत के बाद शव का पोस्टमार्टम किया गया और परिजन ने सवाल उठाते हुए मामले में जांच की मांग की है. साथ ही, सिटी कोतवाली थाना में शिकायत भी की है. शव के बिसरा को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. परिजन की शिकायत के बाद पुलिस ने जांच की बात कही है.
ओवरलोड वाहन पर कार्रवाई के बाद यातायात पुलिस को वाहन मालिक ने 3-4 हजार रुपये भिजवाया था, जिसे यातायात पुलिस ने लिया था और बाद में लौटा दिया था, लेकिन 12 हजार का चालान यातायात पुलिस ने बनाया था. इधर, चालान नहीं पटने से ड्राइवर, गाड़ी में ही सोता था, उसके बाद उसकी तबियत बिगड़ी थी. पुलिस लाइन में ड्राइवर कई दिनों तक गाड़ी में सोता रहा और पुलिस ने कोई ध्यान नहीं दिया, इससे भी कई सवाल खड़े हो गए हैं ?
दरअसल, बिलासपुर के सिरगिट्टी क्षेत्र कर कोरमी गांव का ड्राइवर अशोक साहू, माजदा वाहन लेकर आया था, जिसे ओवरलोडिंग की वजह से यातायात पुलिस ने पकड़ा था और 12 हजार जुर्माना किया था. वाहन मालिक ने बताया है कि उसने यातायात पुलिस को 3-4 हजार रुपये भिजवाया था, जिसे यातायात पुलिस ने रख लिया था. बाद में, राशि ड्राइवर को लौटा दिया था. इस दौरान चालान नहीं पट पाया और ड्राईवर अशोक साहू, पुलिस लाइन में खड़ी गाड़ी में सोता था. इस दौरान 5 जनवरी को ड्राइवर अशोक साहू की तबियत बिगड़ गई.
पुलिस के जवान उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. ड्राइवर की मौत के बाद हड़कम्प मच गया था और एडिशनल एसपी अनिल सोनी, डीएसपी हेडक्वार्टर विजय पैकरा जिला अस्पताल पहुंचे थे. घटना की सूचना परिजन को दी तो ड्राइवर का बेटा पहुंचा तो वह भी बेसुध हो गया था.
आज परिजन जिला अस्पताल पहुंचे और डॉक्टर ने शव का पोस्टमार्टम किया. इसके बाद बिसरा को फोरेसिंक जांच के लिए भेज दिया है. इधर, परिजन ने मामले की जांच की मांग की है और सिटी कोतवाली पुलिस को शिकायत भी की है. पुलिस ने जांच के बाद आगे की कार्रवाई करने की बात कही है.