जांजगीर-चाम्पा. कलकत्ता का आदमी जिला मुख्यालय पर आकर फूलों और सजावटी पौधा तैयार कर लाखों रुपए का कारोबार कर रहे हैं तो हम महिलाएं भी तो ऐसा कारोबार करके अच्छा आमदनी प्राप्त कर सकती हैं। इस उद्देश्य को लेकर बहेराडीह गांव की बिहान की महिलाओं ने वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल में माहभर से पॉलीबैग और विविध प्रकार की गमलों में उन्नत किस्म की कलकतिया गेंदा का पौधा दीपावली पर्व में बिक्रय के लिए तैयार कर रही हैं।
बिहान गंगे मईय्या स्व सहायता समूह बहेराडीह के अध्यक्ष लक्ष्मीन यादव मितानिन तथा सचिव लखपति दीदी पुष्पा यादव ने बताया कि दीपावली पर्व पर लोगों को उन्नत किस्म की गेंदा का पौधा, फूल और अच्छी गुणवत्ता की जैविक खाद की मांग रहती है।
क्षेत्र में सजावटी पौधों, विविध प्रकार की फूलों के पौधों की नर्सरी और जैविक खाद की मांग तथा इस कारोबार से होने वाले आमदनी को देखते हुए दो साल पहले भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्थान जांजगीर द्वारा वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल में गांव के 35 बेरोजगार महिलाओं, युवतियों को निःशुल्क दस दिवसीय सब्जी खेती व नर्सरी प्रबंधन का प्रशिक्षण लिया। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद यहाँ बिहान गंगे मईय्या स्व सहायता समूह की महिलाओं ने विभिन्न प्रकार की सजावटी पौधों, फल, फूल, लेमनग्रास समेत अन्य पौधों की नर्सरी लगाने और जैविक खाद बनाने का काम शुरू किया। इस कारोबार से पिछले साल भी अच्छा आमदनी हुई थी। हाल ही में यहाँ पर बिहान की महिलाओं के आजीविका गतिविधियों को देखने किसान स्कूल जिला पंचायत सीईओ गोकुल रावटे समेत सहायक कलेक्टर दुर्गा प्रसाद अधिकारी, बलौदा जनपद सीईओ आकाश सिंह, एडीईओ अरूण कुमार यादव, व अन्य जनप्रतिनिधिगण आये थे।
वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल के संचालक दीनदयाल यादव ने बताया कि यहाँ पर कई गांव के लोग यहाँ पर जैविक खाद खरीदने और किसान स्कूल का भ्रमण के लिए आते हैं। यहाँ पर विगत आठ साल से गोबर गैस सयंत्र से निकलने वाली स्लरी को उन्नत किस्म की ऑस्ट्रेलियन केचुआ के सहयोग से डी कंपोजर तथा ट्राइकोडर्मा का इस्तेमाल करके वर्मीकम्पोस्ट अर्थात जैविक खाद बनाये जाते हैं। जो दस रुपये प्रति किलो की दर पर बिक्रय किये जाते हैं। वहीं सजावटी पौधे फल फूल,औषधीय पौधे खरीदने वालों को जैविक खाद की भी जरूरत होती है। ऐसे में बिहान की महिलायें यहाँ पर पौधों की नर्सरी और जैविक खाद का कारोबार से अच्छी आमदनी ले रहीं हैं।